ओडिशा: कुल्हाड़ी से हमला कर देवर ने की 70 वर्षीय भाभी की हत्या
Murder in Odisha ओडिशा के कुचिंडा में 68 वर्षीय देवर राम किसान ने कुल्हाड़ी से अपनी 70 वर्षीय भाभी सुख किसान की हत्या कर दी आरोपित राम को गिरफ्तार कर उसके पास से कुल्हाड़ी जब्त कर ली है।
संबलपुर, जेएनएन। कुचिंडा थाना अंतर्गत गुंड़रुचुआं गांव में 68 वर्षीय देवर राम किसान ने कुल्हाड़ी से अपनी 70 वर्षीय भाभी सुख किसान की हत्या कर दी। सूचना पाकर कुचिं थानेदार प्रकाश कर्ण सदलबल घटनास्थल पर पहुंच आरोपित राम को गिरफ्तार करने समेत उसके पास से कुल्हाड़ी जब्त कर लिया। मृत सुख के शव को पोस्टमार्टम के लिए कुचिंडा अस्पताल भेजा गया है। घटना रविवार की सुबह करीब 8 बजे की बतायी गई है।
गुंडरूचुआं गांव के किसानपाड़ा की निवासी 70 वर्षीय सुख किसान रविवार को अपने घर के बरामदे के बाहर नाश्ता करने के बाद लेटी थी। सुख की 22 वर्षीय नातिन प्रभासिनी किसान बगीचे से टमाटर तोड़कर लाने के बाद भोजन पकाने की तैयारी कर रही थी। इसी समय देवर राम कुछ देर पहले भाभी सुख के घर तक आने के बाद वापस अपने घर लौट गया था। थोड़ी देर बाद वह कुल्हाड़ी के साथ लौटा और भाभी सुख के सिर और गर्दन पर हमला कर दिया। घर के अंदर काम कर रही नातिन प्रभासिनी ने बाहर आवाज सुनकर निकली तो राम को खून से सनी कुल्हाडी के साथ देख शोर मचाने पर पडोसी जमा हो गए। पड़ोसियों
ने घटना की सूचना पुलिस को दी। साथ ही आरोपित देवर राम को भी भागने का मौका नहीं दिया।
पत्नी हत्या में आरोपित पति ने किया आत्मसमर्पण
जमनकिरा थाना अंतर्गत लेदिमहुल गांव में पीट-पीटकर अपनी पत्नी विनोदिनी दीप की हत्या करने वाले पति उपेंद्र दीप ने शनिवार पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। पेशे से मजदूर आरोपित उपेंद्र दीप पत्नी विनोदिनी और दो नाबालिग पुत्र के साथ रह रहा था। बीते शुक्रवार की शाम उपेंद्र काम के बाद घर लौटा था और पत्नी विनोदिनी से भोजन परोसने को कहा। लेकिन तब तक रात का भोजन बना नहीं था। इसी को लेकर पति-पत्नी में झगड़ा शुरू हो गया और उपेंद्र ने डंडे से विनोदिनी को खूब पीटा था। विनोदिनी जब अचेत हो गई तब उपेंद्र सोने चला गया। शनिवार की सुबह जब विनोदिनी नहीं उठी तब उपेंद्र उसे उठाने गया और उसे मरा पाकर अपने परिचित वकील के पास गया और वकील की सलाह के बाद थाने आकर आत्मसमर्पण कर दिया। उपेंद्र ने पुलिस को बताया है कि उसने गुस्से में आकर विनोदिनी को पीटा था, जानबूझकर उसकी हत्या नहीं की।