राफेल सौदे में मोदी सरकार की भूमिका संदिग्ध
देश की सुरक्षा और भारतीय वायु सेना की क्षमता बढ़ाने के लिए फ्रांस से र
संवाद सूत्र, संबलपुर : देश की सुरक्षा और भारतीय वायु सेना की क्षमता बढ़ाने के लिए फ्रांस से राफेल विमान के सौदे में 41,205 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि को महाघोटाला बताते हुए कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस का आरोप है कि इस सौदे को लेकर कांग्रेस की ओर से उठाए गए सवालों का जवाब देने और ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी का गठन करने के बजाय मोदी सरकार देश को गलत जानकारी देकर भटकाने की कोशिश कर रही है। इसी को लेकर कांग्रेस पार्टी ने देश भर में आंदोलन शुरू करने का निर्णय लिया है।
शुक्रवार को संबलपुर जिला कांग्रेस कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव मुश्ताक वाली ने बताया कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के सता में रहने के दौरान दिसंबर 2012 में राफेल विमान खरीदने को लेकर सौदा हुआ था। तब यह विमान 526.10 करोड़ रुपये का था। जिसे मोदी सरकार ने 1670.70 करोड़ रुपये में खरीदने का निर्णय लिया है। ऐसे में 36 राफेल विमानों के सौदे में देशवासियों के 41,205 करोड़ रुपये का महाघोटाला हुआ है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी सदन में इस सौदे को लेकर बार बार सवाल उठाते रहे हैं। लेकिन मोदी सरकार इसका संतोषजनक जवाब देने के बजाय मुद्दे को भटकाने की कोशिश करती रही है। रक्षा सौदे को लेकर हुए इस महाघोटाले पर कांग्रेस गंभीर है और देश भर में इसके खिलाफ आंदोलन चलाया जाएगा।
प्रवक्ता ने नोटबंदी के खिलाफ बोलते हुए बताया कि इससे मोदी सरकार के लोगों को काला धन सफेद करने में सहायता हुआ। जबकि कालाबाजारियों,भ्रष्टाचारियों, आतंकवाद व नक्सलवाद पर नोटबंदी से अंकुश नहीं लग सका। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह अहमदाबाद के जिस सहकारी बैंक के अध्यक्ष हैं, उस बैंक में भी काले धन को सफेद किया गया। नोटबंदी का असर देश के गरीब लोगों पर पड़ा, जबकि अमीर लोग इससे बेअसर रहे। कांग्रेस ने अनुभवी संस्थानों को विमान निर्माण का जिम्मा देने के बजाय मुकेश अंबानी की अनुभवहीन संस्था को इसकी जिम्मेदारी देने पर भी आश्चर्य जताया। कांग्रेस ने राज्यसभा के उपाध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव में भाजपा बीजद के सांठगांठ, महिलाओं के प्रति बढ़ते अत्याचार, प्रति वर्ष दो करोड़ बेरोजगारों को नौकरी, उज्जवला योजना आदि में मोदी सरकार की विफलता पर भी निशाना साधा। प्रेसवार्ता में पूर्व सांसद अमरनाथ प्रधान, जिला कांग्रेस अध्यक्ष अश्विनी गुरु, आसफ अली खान, राजकिशोर दास, देवेन पति समेत कई अन्य नेता उपस्थित रहे।