संबलपुर में भाजपा का नया अध्याय, पहली बार लोस सीट पर जीत
पहले कांग्रेस और फिर बीजद का गढ़ रहे संबलपुर में अब भाजपा का नया अध्याय शुरू होने जा रहा है।
संवाद सूत्र, संबलपुर : पहले कांग्रेस और फिर बीजद का गढ़ रहे संबलपुर में अब भाजपा का नया अध्याय शुरू होने जा रहा है। इस बार के चुनाव में पहली बार भाजपा को लोकसभा के साथ जिले की दो विधानसभा सीट संबलपुर और रेंगाली में भी जीत हासिल हुई है, जबकि कुचिडा सीट गंवानी पडी है। संबलपुर लोकसभा सीट के लिए अब तक हुए चुनावों में भाजपा को पहली बार मिली जीत से नेताओं और कार्यकर्ताओं में उत्साह है। जबकि बीजद और कांग्रेस खेमे में गम का माहौल है। गुरुवार की आधी रात, भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार नितेश गंगदेव की जीत की घोषणा के बाद शुक्रवार को नवनिर्वाचित उम्मीदवार नितेश गंगदेव अपने गृह नगर देवगढ़ से संबलपुर पहुंचे और संबलपुर विधानसभा के नवनिर्वाचित भाजपा उम्मीदवार जयनारायण मिश्र के साथ मुलाकात की।
देवगढ़ राजघराने के सदस्य नितेश गंगदेव पहली बार कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में और दूसरी बार भाजपा उम्मीदवार के रूप में देवगढ़ विधानसभा का चुनाव जीत कर विधायक बने। इस बार भाजपा ने उन्हें संबलपुर लोकसभा का उम्मीदवार बनाया। संबलपुर लोकसभा में पिछले कई चुनाव में बीजद और कांग्रेस का वर्चस्व रहने के बावजूद इस बार भाजपा ने उस वर्चस्व को तोड़ दिया और पहली बार नितेश गंगदेव भाजपा उम्मीदवार के रूप में लोकसभा का चुनाव जीत गए। नितेश गंगदेव को इस चुनाव में 467715 वोट मिले, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजद के नलिनीकांत प्रधान को 458586 वोट और कांग्रेस के शरत पटनायक को 134401 वोट मिले।
इसी तरह रेंगाली विधानसभा सीट पर भी पहली बार भाजपा को जीत मिली है और नाऊरी नायक चुनाव जीत गए हैं। नाऊरी का मुकाबला बीजद की रीना तंती से था। इस चुनाव में नाऊरी को 73822 वोट, बीजद की रीना को 67195 और कांग्रेस के बालकृष्ण रोहिदास को 9776 वोट मिले। संबलपुर विधानसभा सीट के लिए भाजपा के पूर्व मंत्री जयनारायण मिश्र को 56862, बीजद विधायक डॉ.रासेश्वरी पाणिग्राही को 52566 और कांग्रेस के डॉ.अश्विनी पुजाहारी को 11547 वोट मिले, जबकि बसपा के दिलीप सिंह को 2072, निर्दलीय जयब्रत दे को 1854, पीबीपी के लक्ष्मण भोई को 231, निर्दलीय प्रज्ञा पटनायक को 649, निर्दलीय जयश्री मिश्र को 309 और निर्दलीय प्रभाष पृसेठ को 399 वोट मिले।