बरगढ़ स्टेट बैंक के लॉकर से गायब गहने की जांच जारी
बरगढ़ स्थित भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा के लॉकर नंबर-282 से लाखों रुपये के सोने-चांदी के गहनों के गायब होने की शिकायत बरगढ़ टाउन थाना में दर्ज होने के बाद मामले की जांच की जा रही है। टाउन थाना के सब-इंस्पेक्टर सौम्यकांत बलिआर सिंह को इसकी जांच का जिम्मा सौंपा गया है।
संवाद सूत्र, संबलपुर : बरगढ़ स्थित भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा के लॉकर नंबर-282 से लाखों रुपये के सोने-चांदी के गहनों के गायब होने की शिकायत बरगढ़ टाउन थाना में दर्ज होने के बाद मामले की जांच की जा रही है। टाउन थाना के सब-इंस्पेक्टर सौम्यकांत बलिआर सिंह को इसकी जांच का जिम्मा सौंपा गया है। उन्होंने बताया है कि मामला काफी उलझा हुआ है। इसके लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ेगी।
जांच अधिकारी बलिआर सिंह ने बताया कि यह सबको पता है कि बैंक लॉकर के ग्राहक अपने लॉकर में क्या रखते और निकालते हैं, इसका पता बैंक अधिकारियों को नहीं होता। ऐसे में, बरगढ़ के महांतीपाड़ा इलाके में रहने वाली स्निग्धा त्रिपाठी ने बैंक लॉकर से 33 लाख 37 हजार रुपये के सोने- चांदी के गहने गायब होने की रिपोर्ट दर्ज कराकर बैंक प्रबंधन पर सवालिया निशान लगा दिया है। पूछताछ के दौरान पता चला है कि जिस लॉकर से गहने गायब हुए उसका संचालन स्निग्धा और उसकी 84 वर्षीय माता ज्योत्सनामयी त्रिपाठी करते हैं। ज्योत्सनामयी की वृद्धावस्था की वजह से बेटी स्निग्धा पिछले कुछ वर्षों से बैंक अकाउंट और लॉकर का संचालन कर रही है। स्निग्धा की माने तो उसने जून 2016 को आखरी बार अपना लॉकर खोला था तब लॉकर में रखे उसके गहने सुरक्षित थे, लेकिन 17 फरवरी 2021 को जब उसने अपना लॉकर खोला तब एक भी गहना नहीं था। इसी के बाद उसने थाने में अपने गहनों के गायब होने का रिपोर्ट दर्ज कराई है।
बताया गया है कि पुलिस ने इस बारे में बैंक के चीफ मैनेजर राजेंद्र कुमार दास और बैंक के डिप्टी ब्रांच मैनेजर दुर्योधन बेहेरा समेत अन्य कर्मचारियों से भी पूछताछ की है। सभी ने इस जांच में सहयोग करने का भरोसा देने समेत स्पष्ट कर दिया है कि बैंक का लॉकर दो चाबियों से खुलता है। एक चाबी बैंक और दूसरी चाबी ग्राहक के पास होती है। ऐसे में लॉकर से किसी का सामान गायब होना असंभव है। बैंक की ओर से यह भी बताया गया है कि ग्राहक अपने लॉकर में क्या रखता-निकालता है। इसकी जानकारी बैंक को नहीं होती।