Odisha: पत्नी की चिता में कूदकर पति ने दी जान
Odisha पत्नी की चिता को आग की लपटों में देख पति नीलमणि अपना सुधबुध खो बैठा था। चिता आधी जल चुकी थी। तभी नीलमणि अपने चारों बेटों रिश्तेदारों और गांववालों के साथ पास की नदी में नहाने निकला। इसके बाद अचानक नीलमणि पत्नी की जलती चिता में कूद गया।
संबलपुर, जागरण संवाददाता। पश्चिम ओडिशा के कालाहांडी जिला के केगां थाना क्षेत्र में मंगलवार को घटित एक घटना चर्चा का विषय बनी है। यहां एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की चिता में कूदकर जान दे दी। घटना के बाद केगां थाना की पुलिस ने बुधवार के दिन मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस सिलसिले में मृत दंपती के पुत्रों और अंतिम संस्कार में शामिल लोगों से पुलिस पूछताछ कर रही है। केगां थाना अंतर्गत सियालजोड़ी गांव निवासी नीलमणि शबर जहां पंचायत समिति के सदस्य थे, वहीं उनकी पत्नी रएबारी शबर वार्ड सदस्य थीं। गांववालों की माने तो शबर दंपती को कहीं भी एक साथ आते-जाते देखा जाता था। मंगलवार की शाम हृदयाघात से 60 वर्षीय रएबारी शबर की मौत हो गई।
मंगलवार की ही देर शाम रएबारी का अंतिम संस्कार गांव के श्मशान घाट पर किया जा रहा था कि यह अनहोनी घटना हुई। बताया गया है कि पत्नी की चिता को आग की लपटों में देख पति नीलमणि अपना सुधबुध खो बैठा था। चिता आधी जल चुकी थी। तभी नीलमणि, अपने चारों बेटों, रिश्तेदारों और गांववालों के साथ पास की नदी में नहाने निकला। चिता से कुछ दूर जाने के बाद अचानक नीलमणि वापस चिता की ओर दौड़ा और अपनी पत्नी की जलती चिता में कूद गया। यह देख उसके बेटे और गांववालों ने नीलमणि को बचाने की काफी कोशिश की, लेकिन चिता की आग ने उसे पूरी तरह अपने आगोश में ले लिया और पत्नी के साथ पति नीलमणि भी जल कर खाक हो गया।
गौरतलब है कि इससे पहले राउरकेला में हाथीबाड़ी थाना अंतर्गत लुकुमबेड़ा गांव में महिला ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस द्वारा शव को जब्त करने के साथ अस्वाभाविक मौत का मामला दर्ज किया गया है। पारिवारिक कलह को लेकर आत्महत्या करने की आशंका जताई जा रही है। लुकुमबेड़ा गांव की 50 वर्षीय जसमिन टोप्पो ने रात करीब आठ बजे घर में रखा जहर खा लिया। परिवार वालों को इसका पता चलते ही उसे इलाज के लिए राउरकेला सरकारी अस्पताल ले आए, जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। शव को मोर्ग हाउस में रखा गया था।