सोनपुर के विश्वजीत हत्याकांड का पर्दाफाश
संसू, संबलपुर : शीतलषष्ठी के दौरान विगत 19 जून की शाम सोनपुर शहर के पट्टावाड़ी मोहल्ले के विश्वजीत ना
संसू, संबलपुर : शीतलषष्ठी के दौरान विगत 19 जून की शाम सोनपुर शहर के पट्टावाड़ी मोहल्ले के विश्वजीत नायक हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए धनुपाली थाना पुलिस ने एक नाबालिग को पकड़कर सोमवार को सुधारगृह भेज दिया। शहर के मोदीपाड़ा क्षेत्र निवासी आरोपित नाबालिग ने एक योजना के तहत अपने साथी विश्वजीत को शीतलषष्ठी यात्रा देखने के बहाने सोनपुर से संबलपुर बुलाया था और उसकी हत्या कर दी थी।
सोमवार को धनुपाली थाना में एसडीपीओ मिहिर पंडा व थानेदार कमर कुमार पंडा ने बताया कि मोदीपाड़ा क्षेत्र निवासी नाबालिग सोनपुर में रहकर काम करता था। उसकी बड़ी बहन का विवाह भी सोनपुर के हिकिड़ी गांव में हुआ है। सोनपुर में काम करने के दौरान विश्वजीत और आरोपित नाबालिग की दोस्ती हो गई। करीब डेढ़ महीने पहले आरोपित नाबालिग ने सोनपुर के किसी बीजे नामक व्यक्ति की कार का शीशा तोड़ दिया था। तब विश्वजीत ने बीजे को बता दिया था कि शीशा नाबालिग ने तोड़ा है। इस पर नाबालिग को 800 रुपये चुकाना पड़ा था। इसके अलावा विश्वजीत का आना-जाना नाबालिग की बड़ी बहन के घर अक्सर होता था। इसकी वजह से मकान मालिक बहन को बुरा भला कहता था। इन्हीं दो वजहों को लेकर नाबालिग नाराज था। उसने शीतलषष्ठी यात्रा देखने आने के लिए विश्वजीत पर जोर डाला। विगत 18 जून की रात विश्वजीत समेत सरोज, बुच्चू और अन्य कुछ युवक बाइक से संबलपुर आए और दलाईपाड़ा में आरोपित नाबालिग से मिले। आरोपित कपड़े बदलने का बहाना बनाकर विश्वजीत को अपने साथ डीयर पार्क की ओर ले गया और वहां उसकी हत्या करने के बाद वापस बाकी के साथियों से आकर मिला और बताया कि विश्वजीत भीड़भाड़ में कहीं खो गया है। उसी रात शीतलषष्ठी यात्रा देख विश्वजीत के साथ आए साथी वापस सोनपुर लौट गए थे। दूसरे दिन शाम को धनुपाली थाना पुलिस को विश्वजीत का शव मिला और जांच पड़ताल करते हुए 25 जून की सुबह पुलिस ने आरोपित नाबालिग को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया।