ढाबा मालिक के भाई की हत्या मामले में चार गिरफ्तार, भेजे गए जेल
बीते शुक्रवार को स्वागत ढाबा के मालिक मानभंजन भोई के भाई चित्तरंजन भोई पर जानलेवा हमला कर फरार हो जाने वालों में से करीब 7-8 हमलावरों में से 4 को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
संबलपुर, जेएनएन। बुर्ला थाना के गोशाला पुलिस चौकी अंतर्गत स्वागत ढाबा में बीते शुक्रवार को हमला कर तोड़फोड़ करने और प्रतिवाद करने पर मालिक मानभंजन भोई के भाई चित्तरंजन भोई पर जानलेवा हमला कर फरार हो जाने वाले करीब 7-8 हमलावरों में से पुलिस ने 4 को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपितों में अविनाश तांडिया, जीतू मिश्र, कालिया महंत और विकास बुडा शामिल है। इस हमले में घायल चित्तरंजन की मौत बुर्ला के एक निजी नर्सिंग होम में हो जाने के बाद पुलिस ने हमलावरों के खिलाफ हत्या का मामला भी दर्ज किया है।
घटना की जांच कर रहे बुर्ला थाना के पवित्र मोहन भोई और गोशाला चौकी इंचार्ज अजित कुमार धलसामंत ने बताया कि गुरुवार की रात गोलगुंडा इलाके में रहने वाला अमित मल्लिक अपने एक साथी पिंटू बंछोर के साथ खाना खाने के लिए स्वागत ढाबा गया था। उसी ढाबे में एक जेसीबी चालक नरेश साहू भी खाना खा रहा था। खाने के दौरान पानी गिरने को लेकर अमित व पिंटू और नरेश के बीच झगड़ा शुरू हो गया। गुस्से में आकर नरेश ने अमित को एक थप्पड़ मार दिया। इससे झगड़ा बढ़ गया। यह देख ढाबा मालिक मानभंजन और उसके साथी विकास दोनों पक्षों को समझाकर शांत करने की कोशिश की लेकिन किसी ने नहीं सुनी। थोड़ी देर बाद अमित और पिंटू ढाबा से चले गए और कुछ देर बाद वापस लौटकर ढाबा में पत्थर फेंका जिससे मानभंजन और विकास का सिर फट गया।
शुक्रवार को अमित का साथी पिंटू ढाबा पहुंचा और बीती रात की घटना के लिए सुलह की बात कही। उस समय ढाबा मालिक मानभंजन नहीं था। उसका भाई चित्तरंजन ढाबे में था। ऐसे में पिंटू वापस चला गया और इसके कुछ देर बाद पिंटू और उसके कई साथी एक ऑटो से ढाबा के सामने पहुंचे और ढाबा मालिक मानभंजन और उसके साथी विकास की तलाश करने लगे और उनके नहीं मिलने पर ढाबा में घुसकर तोड़फोड़ शुरू कर दी। चित्तरंजन ने जब उन्हें रोकने की कोशिश की तब उसे दौड़ा-दौड़ा कर बुरी तरह पीटा। चित्तरंजन जब अचेत होकर गिर गया तब हमलावर फरार हो गए। गंभीर अवस्था में चित्तरंजन को पहले बुर्ला हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया और बाद में एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती किया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
लाखों की ठगी का आरोपित संबलपुर में गिरफ्तार
बलांगीर जिला के तुरेकेला ब्लॉक के कपास किसानों का 17 लाख रुपये से अधिक की राशि का भुगतान नहीं कर फरार आरोपित गणनाथ बेहरा को पुलिस ने संबलपुर के पेंशनपाड़ा से गिरफ्तार कर वापस बलांगीर ले गई है। आरोपित गणनाथ ने पुलिस को बताया है कि कपास बेचने में उसे नुकसान हुआ था लेकिन वह किसानो की बकाया राशि कुछ महीनों में चुका देगा। सोनपुर जिला के बिनिका थाना अंतर्गत भीमटिकिरा गांव का गणनाथ बेहरा बलांगीर जिला के तुरेकेला ब्लॉक के कई किसानों से लाखों रुपये का कपास खरीदा था और बाद में राशि भुगतान करने का वादा किया था। उस पर विश्वास कर कई किसानों ने उसे कपास बेच दिया लेकिन किसानों से कपास लेकर गणनाथ कहीं गायब हो गया।
काफी दिनों तक जब उसका कहीं कुछ पता नहीं चला तब ठगी का शिकार हुए किसानों ने मई महीने में तुरेकेला थाना में गणनाथ बेहरा के खिलाफ मामला दर्ज कराया। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। बीते गुरुवार को तुरेकेला पुलिस को पता चला कि गणनाथ संबलपुर के पेंशनपाड़ा में कहीं छिपा है। ऐसे में तुरेकेला पुलिस की एक टीम संबलपुर पहुंची और स्थानीय धनुपाली पुलिस की सहायता से गणनाथ को पेंशनपाड़ा इलाके से गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई।