पश्चिम ओडिशा में महान लोकपर्व के मौके पर लोगों में उल्लास का माहौल
पश्चिम ओडिशा के महान लोकपर्व-नुंआखाई के लिए शुक्रवार को यहां की आराध्य देवी मां समलेश्वरी को नवान्न का भोग अर्पण किया गया।
संबलपुर, जेएनएन। पश्चिम ओडिशा के महान लोकपर्व-नुंआखाई के लिए शुक्रवार के पूर्वाह्न 8.10 बजे से लेकर 8.40 के बीच यहां की आराध्य देवी मां समलेश्वरी को नवान्न का भोग अर्पण किया गया। इसी के साथ घरों में पूजा अर्चना और पकवानों का बनना शुरू हो गया। ब्रह्ममंडप पंडित महासभा में नवान्न के लिए समय निर्धारित किया था और इसी के बाद नुंआखाई लोकपर्व को लेकर तैयारी शुरू हो गई थी।
पंजाब के बैशाखी, तमिलनाडु के पोंगल, असम के बिहू, केरल के ओणम, छत्तीसगढ़ के हरेली की तरह पश्चिम ओडिशा में भी धान की फसल के स्वागत और धरती माता को धन्यवाद देने के लिए आदिवासी और गैर आदिवासी नुंआखाई का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं। नुंआखाई के दिन आराध्य देवी को नये धान से बने चावल और नये साग सब्जियों का भोग अर्पण करते हैं। लोगों का विश्वास है कि आराध्य देवी को नवान्न का भोग अर्पण करने से दुख कष्ट, रोग और फसल हानि से मुक्ति मिलती है। नुंआखाई को लेकर
परिवारों में उत्साह देखा गया। दूरदराज के इलाकों में कामकाज करनेवाले लोग भी नुंआखाई एक साथ मिलकर मनाने के लिए अपने अपने घर पहुंचे। मां समलेश्वरी को नवान्न का भोग अर्पण करने और घरों में इष्ट देवी देवताओं की पूजा और भोग के लिए पारंपरिक व्यंजन और पकवान बनाया गया और पूजा अर्चना के बाद परिवार के समस्त लोग मिल बैठकर भोजन किया। छोटों ने नुंआखाई जुहार का अभिवादन कर बड़ों का आशीर्वाद लिया। नुंआखाई के इस मौके पर विधायक डॉ. रासेश्वरी पाणिग्राही, विधायक इंजीनियर रोहित पुजारी, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव सुरेश पुजारी, जिला कांग्रेस अध्यक्ष अश्विनी गुरु आदि ने संबलपुरवासियों को नुंआखाई का हार्दिक अभिनंदन ज्ञापित किया है।
गौरतलब है कि नुंआखाई पश्चिम ओडिशा के महान पर्वों में से एक है। यह देश विदेश के कोने कोने में उन स्थानों पर बड़े ही समारोह पूर्वक मनाया जाता है जहां इस क्षेत्र के लोग रहते हैं। माता समलेश्वरी को नवान्न भोग लग जाने के बाद जहां एक ओर घरों में तमाम तरह के व्यंजन बनाकर नुंआखाई पर्व
मनाया गया अब वहीं विभिन्न क्लब व संगठन की ओर से नुंआखाई भेंटघाट कार्यक्रम के आयोजन को लेकर तैयारी शुरू हो गई है।