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सुनाबेड़ा अभ्यारण्य में मुठभेड़, कुछ नक्सली ढेर, कुछ घायल

करीब एक महीने बाद छत्तीसगढ़ की सीमा से सटे पश्चिम ओडिशा के नुंआपड़ा जिला के सुनाबेड़ा अभ्यारण्य में एक बार फिर सुरक्षा बल के जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई।

By JagranEdited By: Thu, 13 Jan 2022 10:15 PM (IST)
सुनाबेड़ा अभ्यारण्य में मुठभेड़, कुछ नक्सली ढेर, कुछ घायल
सुनाबेड़ा अभ्यारण्य में मुठभेड़, कुछ नक्सली ढेर, कुछ घायल

संवाद सूत्र, संबलपुर : करीब एक महीने बाद, छत्तीसगढ़ की सीमा से सटे पश्चिम ओडिशा के नुंआपड़ा जिला के सुनाबेड़ा अभ्यारण्य में एक बार फिर सुरक्षा बल के जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ के लिए तैयार सुरक्षा बल के जवानों के सामने नक्सलियों की एक नहीं चली और उन्हें भागना पड़ा।

गुरुवार को नुंआपाड़ा जिला पुलिस कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में जिला पुलिस अधीक्षक प्रत्युष दिवाकर ने बताया कि छत्तीसगढ़ की सीमा से सटे जिला के कोमना थाना इलाके में नक्सलियों की गतिविधि की सूचना मिलने के बाद सात जनवरी को एसओजी- डीवीएफ और सीआरपीएफ के जवानों को नक्सल विरोधी अभियान के लिए भेजा गया था। इसी अभियान के दौरान 9 जनवरी की सुबह ओडिशा- छत्तीसगढ़ सीमा पर जवानों और नक्सलियों के बीच करीब तीन घंटे मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में सुरक्षा बल के जवानों ने तीन से चार नक्सलियों को मार गिराने का दावा किया है। वहीं, पांच से अधिक नक्सली घायल हुए हैं। नक्सलियों ने घटनास्थल पर आईईडी बिछा रखा था। ऐसे में उनका पीछा करना मुश्किल था और नक्सली कवर फायर करते हुए अपने साथियों का शव ले जाने में सफल रहे। इस प्रेसवार्ता में सीआरपीएफ 216 बटालियन के कमांडेंट राजेश वत्स, द्वितीय कमांडेंट धीरज सिंह आदि मौजूद थे।

पुलिस अधीक्षक दिवाकर के अनुसार, पुलिस को इंटेलीजेंस से सुनाबेड़ा अभयारण्य में बड़ी संख्या में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। लगातार हो रही कार्रवाई से बौखलाए नक्सली सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने और किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। इसी सूचना के आधार पर सात जनवरी संयुक्त अभियान शुरू किया गया था। नौ जनवरी की सुबह जवानों पर घात लगाए बैठे करीब 50-60 नक्सलियों ने फायरिग शुरू कर दी थी। नक्सली अत्याधुनिक हथियारों से लैस थे। नक्सलियों ने जवानों पर मोर्टार, एलएमजी और इंसास जैसे घातक हथियारों से हमला किया था। यह मुठभेड़ करीब तीन घंटे चली। जवानों ने जवाबी फायरिग में तीन से चार नक्सलियों को ढेर किया। वहीं पांच से अधिक नक्सली घायल बताए जा रहे हैं। जवानों को भारी पड़ता देख नक्सली भाग खड़े हुए। नक्सली मारे गए अपने साथियों का शव खींचते हुए ले गए। नक्सलियों ने घटनास्थल पर आइईडी बिछा कर सुरक्षा बल के जवानों को आगे बढ़ने से भी रोक दिया था। और तो और, नक्सलियों ने जवानों को नुकसान पहुंचाने जहर लगी सुईयों को भी छिपाकर रखा था।

10 जनवरी को रिइंफोर्समेंट टीम भेजी गई। कितु खराब मौसम की वजह से टीम को पहुंचने में देर हो गई। बुधवार, 12 जनवरी के दिन अभियान के दौरान इस टीम पर भी चार से पांच नक्सलियों ने हमला किया। जिसका जवानों ने मुंहतोड़ जवाब दिया। जिसके बाद नक्सली भाग निकले। जवानों ने वहां एक नक्सली कैंप भी ध्वस्त किया है। कैंप से दो सोलर प्लेट, तीन मोर्टार सेल, बैटरी, नक्सली साहित्य, कोडेक्स वायर, बड़ी मात्रा में दवा, सिरिज, चाकू, टिफिन बॉक्स आदि बरामद हुए हैं। बरामद सामान में से अधिकांश को मौके पर ही नष्ट कर दिया गया। इलाके में तलाशी जारी है।