फैमिली कोर्ट में सरेआम महिला की हत्या
संगीता चौधरी नामक एक युवती को अपनी पत्नी होने का दावा करते हुए रमेश कुंभा
संसू, संबलपुर : संगीता चौधरी नामक एक युवती को अपनी पत्नी होने का दावा करते हुए रमेश कुंभार नामक युवक ने सोमवार की सुबह नगर स्थित परिवार न्यायालय (फैमिली कोर्ट) में संगीता समेत उसके परिवार पर तलवार से हमला कर दिया। चौधरी परिवार को बचाने की कोशिश में एक महिला वकील भी घायल हो गई। गंभीर रूप से घायल संगीता को इलाज के लिए बुर्ला मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल भेजा गया लेकिन आधे रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। संगीता की मां ललिता चौधरी और ढाई वर्ष की भतीजी को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कोर्ट परिसर में उपस्थित वकीलों ने किसी तरह रमेश को काबू कर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस आरोपित को गिरफ्तार कर घटना की छानबीन कर रही है।
मूलरूप से बिहार निवासी मदन चौधरी नगर के सदर थाना अंतर्गत ¨सदूरपंक गांव में परिवार के साथ रहते हैं। उनकी एक बेटी का विवाह हो चुका है। छोटी बेटी संगीता का अपने ही गांव के रमेश कुंभार के साथ प्रेम संबंध था। बताते हैं कि रमेश के बहकावे में आकर संगीता वर्ष 2017 में घर से भाग गई थी और रमेश के साथ दो महीने बाहर गुजारने के बाद वापस लौटी थी। इसके बाद से रमेश संगीता पर अपनी पत्नी होने का दावा कर रहा था।
संगीता की मां को अलग जाति के रमेश को अपना दामाद बनाना गवारा नहीं था। ऐसे में चौधरी परिवार ने संगीता को समझा बुझाकर अन्यत्र विवाह करने के लिए राजी कर लिया। संगीता को बिहार ले जाकर इसी वर्ष फरवरी में उसका विवाह अपनी जाति के युवक से कर दिया गया। इसका पता चलने के बाद रमेश ने न्याय के लिए संबलपुर परिवार न्यायालय में आवेदन किया था। संगीता हाल ही में बिहार से अपने मायके आई थी। रमेश ने उससे मुलाकात कर अपने प्रेम का वास्ता दिया लेकिन संगीता अपने पति को छोड़ने पर राजी नहीं हुई और रमेश के साथ किसी तरह का संबंध रखने से इंकार कर दिया। इसी से बौखलाए रमेश ने यह कांड किया। सोमवार को फैमिली कोर्ट में रमेश और उसकी कथित पत्नी को परामर्श के लिए बुलाया गया था। रमेश पहले से योजना बनाकर अपने साथ तलवार छिपाकर लाया था। कोर्ट शुरू होने में कुछ समय बाकी था। संगीता के पिता अपने वकील के पास गए थे तभी रमेश ने अचानक तलवार निकालकर संगीता पर हमला कर दिया। यह देख संगीता की मां अपनी बेटी को बचाने पहुंची तब रमेश ने उस पर भी हमला कर दिया। इसी दौरान संगीता के पिता भी वहां पहुंच गए। रमेश उन्हें भी मारने दौड़ा, लेकिन सफल नहीं हुआ। कोर्ट परिसर में घटित इस कांड को लेकर तरह तरह की चर्चा शुरू हो गई है। कुछ लोगों का मानना है कि पेशी के दौरान अदालत में हाजिर होने आए कई अपराधी साथ में हथियार भी लेकर आते हैं लेकिन पुलिस को इसका पता ही नहीं चलता।