सौरव साहित्य संसद ने समाजसेवियों का किया सम्मान
कला साहित्य और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए पिछले कई वर्षो से कार्यरत सौरव साहित्य संस्कृति संसद का वार्षिकोत्सव मनाया गया।
संसू, संबलपुर : कला, साहित्य और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए पिछले कई वर्षो से कार्यरत सौरव साहित्य संस्कृति संसद के वार्षिकोत्सव में संबलपुर के चार विशिष्ठ नागरिकों को समाजसेवा के लिए सम्मानित किया गया। साथ ही उनसे समाज के लिए किए जा रहे जनहित कार्य जारी रखने का निवेदन भी किया गया। सोमवार की शाम जिला प्रेक्षालय तपस्विनी में संसद के अध्यक्ष सत्यनारायण होता की अध्यक्षता में आयोजित इस वार्षिकोत्सव में डॉ. श्रीकर मिश्र मुख्यअतिथि, प्रोफेसर सुदर्शन पुजारी मुख्यवक्ता और बाल्मीकि दास सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित रहकर संसद द्वारा कला, साहित्य और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे कार्यो की सराहना की। इस अवसर पर राज्यपाल पुरस्कार प्राप्त शिक्षक धरणीधर प्रधान द्वारा लिखित पुस्तक 'संबल कन्या और कलिग कन्या' का विमोचन किया गया। साहित्यकार डॉ. गौरीदास प्रधान और डॉ. सिद्धार्थ पंडा ने इन दोनों पुस्तकों की समीक्षा की। इस मौके पर भरत शर्मा को अनन्य मानव सम्मान, अशोक जालान फाउंडेशन के चेयरमैन व उत्कल प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन के अध्यक्ष अशोक जालान समेत एस शिवप्रसाद और ज्ञानप्रकाश अग्रवाल को समाजसेवा के लिए सम्मानित किया गया।