पांच करोड़ की सरकारी राशि की जालसाजी में एक और गिरफ्तार
पड़ोसी सोनपुर जिला के जिला स्वास्थ्य मिशन के 5 करोड़ एक लाख 50 हजार रुपये की सरकारी राशि की जालसाजी में ओडिशा क्राइमब्रांच की आर्थिक अपराध शाखा ने एक और आरोपित को गिरफ्तार किया है।
संवाद सूत्र, संबलपुर : पड़ोसी सोनपुर जिला के जिला स्वास्थ्य मिशन के 5 करोड़, एक लाख, 50 हजार रुपये की सरकारी राशि की जालसाजी में, ओडिशा क्राइमब्रांच की आर्थिक अपराध शाखा ने एक और आरोपित को गिरफ्तार किया है। आरोपित अविनाश कुमार प्रधान भुवनेश्वर का निवासी बताया गया है।
गौरतलब है कि इससे पहले, आर्थिक अपराध शाखा ने इस सरकारी राशि की जालसाजी के मास्टर माइंड कालाहांडी जिला के भवानीपाटना के राजकिशोर नायक और पुरी जिला के पिपिली के अनंत चरण प्रधान समेत सुंदरगढ़ जिला के राऊरकेला के समीर कुमार पति को गिरफ्तार कर चुकी है। इसी कड़ी में चौथे आरोपित भुवनेश्वर के अविनाश कुमार प्रधान को गिरफ्तार कर मंगलवार के दिन सोनपुर एसडीजेएम की अदालत में हाजिर किया गया। इन आरोपितों के खिलाफ आर्थिक अपराध शाखा थाना में पहली मई 2021 के दिन, भादंवि की धारा- 420, 467,468,471,120 (बी), आर/डब्ल्यू धारा 66 (सी) और (डी) के आईटी अधिनियम- 2008 के तहत अपराध दर्ज किया गया है।
गौरतलब है कि 7 अप्रैल 2021 को सोनपुर जिला मुख्य चिकित्साधिकारी ने सोनपुर जिला स्वास्थ्य समिति, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के खाते से अनाधिकृत रूप से 5 करोड़, एक लाख, 50 हजार रुपये अन्य बैंक खातों में डायवर्ट किए जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बताया था कि सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन सिस्टम को हैक करके यह राशि डायवर्ट किया गया है। आर्थिक अपराध शाखा ने जब इस जालसाजी की जांच शुरू की तब पता चला कि आरोपित राजकिशोर नायक इस जालसाजी का मास्टर माइंड था। वह पहले सोनपुर के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में 2016 से 2020 तक अस्थायी एकाउंटेंट के रूप में कार्यरत था। इसके बाद उसने ओलतापुर स्थित स्वामी विवेकानंद राष्ट्रीय पुनर्वास प्रशिक्षण और अनुसंधान में एकाउंटेंट के रूप में कार्य करने लगा। राजकिशोर ने इसी वर्ष मार्च महीने में अपने साथी अनंत चरण प्रधान के साथ मिलकर इस जालसाजी की साजिश रची। वर्तमान का गिरफ्तार आरोपित अविनाश कुमार प्रधान को राज किशोर नायक का रिश्तेदार बताया गया है। अपनी साजिश के तहत राजकिशोर ने 2 अप्रैल को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के सिस्टम यानी पीएफएमएस के पोर्टल को हैक कर लिया और 5 करोड़, एक लाख, 50 हजार रुपये की राशि का एक ई-चेक जेनरेट किया। इसके बाद सोनपुर एडीएमओ और सीडीएमओ की डुप्लीकेट सील बनवाया और ई- चेक में इस्तेमाल किया। उक्त ई-चेक को विगत 6 अप्रैल को आरोपित अनंत चरण प्रधान ने अन्य साथी के साथ सोनपुर स्थित भारतीय स्टेट बैंक में क्लीयरेंस के लिए जमा कराया और फिर इस राशि को मेसर्स नेच्युरल्स के राऊरकेला स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की मुख्य शाखा के खाते में डायवर्ट कर उस खाते से विभिन्न व्यक्तियों द्वारा डेबिट हस्तांतरण किया गया। इस साजिश में मेसर्स नेच्युरल्स का कर्मचारी समीर कुमार पति भी शामिल था। इस जालसाजी की जांच में कई आपत्तिजनक दस्तावेज/वस्तुएं जब्त की गई हैं और इनमें से 5 करोड़ रुपये की ठगी की गई राशि में से 3 करोड़ 30 लाख रुपये की राशि को आर्थिक अपराध शाखा ने फ्रीज कर दिया है।