सदर अस्पताल में एक्सपायरी स्लाइन चढ़ाने का खुलासा
मीडियाकर्मी व पूर्व सांसद के संबलपुर प्रतिनिधि सरोज कुमार साहू को इलाज के लिए स्थानीय सदर अस्पताल के संक्रमण विभाग में भर्ती कराया गया था। उसी रात अस्पताल की स्टाफ नर्स ने सरोज को स्लाइन लगाया था। स्लाइन लगाते ही सरोज के शरीर में खुजली शुरू हो गई और वह अचेत हो गए।
संवाद सूत्र, संबलपुर : स्थानीय सदर अस्पताल में मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कई मरीजों को कर्मचारियों द्वारा एक्सपायरी स्लाइन लगाने और ओआरएस दिए जाने की शिकायत प्रभारी सीडीएमओ से की गई है। इन शिकायतों के बाद उन्होंने बताया है कि मरीज को स्लाइन लगाने और ओआरएस पाउडर दिए जाने से पहले उनकी एक्सपायरी तारीख जांच की जाती है। बावजूद अगर किसी मरीज को एक्सपायरी तारीख की स्लाइन या ओआरएस दी गई है तो इसकी जांच की जाएगी और दोषी कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार की रात उल्टी- दस्त की शिकायत के बाद मीडियाकर्मी व पूर्व सांसद के संबलपुर प्रतिनिधि सरोज कुमार साहू को इलाज के लिए स्थानीय सदर अस्पताल के संक्रमण विभाग में भर्ती कराया गया था। उसी रात अस्पताल की स्टाफ नर्स ने सरोज को स्लाइन लगाया था। स्लाइन लगाते ही सरोज के शरीर में खुजली शुरू हो गई और वह अचेत हो गए। यह देख उन्हें तुरंत दो इंजेक्शन लगाए गए तब सरोज को होश आया।
इसी तरह उसी रात संक्रमण विभाग में इलाजरत भतरा गांव के पंकज प्रसाद सोहेला को भी एक्सपायरी तारीख की स्लाइन देने के लिए रखा गया था । लेकिन स्लाइन देने से पहले पंकज के भाई ने उसे देख लिया और पंकज को नया स्लाइन लगाया गया। इसी तरह खेतराजपुर की सुवेर्णा सोहेला को भी सेलाइन लगाने के बाद शरीर में रिएक्शन देखा गया और उसका हाथ फुल गया। इसी तरह, मानेश्वर ब्लॉक अंतर्गत गौरगोठ गांव के कृष्णदेव गहिर को भी एक्सपायरी तारीख का ओआरएस पाउडर दिए जाने की शिकायत की गई है।