बुर्ला हॉस्पिटल में मृत घोषित गर्भस्थ बच्ची जिदा पैदा हुई!
बुर्ला स्थित एक नर्सिग होम में मानो एक चमत्कार सा हो गया। बुर्ला हॉस्पिटल के डॉक्टर और स्टाफ ने जिस गर्भवती महिला को उसके गर्भस्थ बच्चे की मौत के बारे में बताया था।
संवाद सूत्र, संबलपुर : बुर्ला स्थित एक नर्सिग होम में मानो एक चमत्कार सा हो गया। बुर्ला हॉस्पिटल के डॉक्टर और स्टाफ ने जिस गर्भवती महिला को उसके गर्भस्थ बच्चे की मौत के बारे में बताया था। उसी महिला ने नर्सिगहोम में एक जीवित बच्ची को जन्म दिया। इसी को लेकर बुर्ला हॉस्पिटल में मरीजों के इलाज को लेकर सवालिया निशान लगाया जा रहा है। रविवार को संबलपुर जिला भाजपा अध्यक्ष गिरीश पटेल के नेतृत्व में प्रतिनिधियों ने बुर्ला जाकर नर्सिगहोम में पीड़ित महिला जयंती और परिवार से मुलाकात कर उनका हालचाल जानने समेत इस घटना पर अफसोस जताया।
विगत 14 मई को झारसुगुडा जिला के किरमिरा ब्लॉक अंतर्गत तेलीडिही गांव के तरुण कुंवर की गर्भवती पत्नी जयंती को प्रसव पीड़ा के बाद उसे बुर्ला स्थित हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। आरोप है कि प्रसूति विभाग के डॉक्टर ने जयंती की जांच के बाद उसके गर्भस्थ बच्चे को मृत घोषित कर दिया था, लेकिन जयंती को गर्भ में बच्चे की हलचल का पता चल रहा था। उसने इस बारे में डॉक्टर और स्टाफ को बताया, लेकिन कोई उसकी बात सुनने को राजी नहीं हुआ। तब, जयंती के परिवारवाले उसे नर्सिगहोम में ले गए, जहां 15 मई की सुबह जयंती ने एक जिदा बच्ची को जन्म दिया। इसी के बाद बुर्ला हॉस्पिटल के डॉक्टर और स्टाफ की लापरवाही का मामला सामने आया।
इस बारे में पता चलने के बाद रविवार को भाजपा जिला अध्यक्ष पटेल समेत रेंगाली विधायक नाऊरी नायक, देवेंद्र महापात्र, क्षेत्रीय प्रवक्ता मानस बक्शी और युवा मोर्चा के प्रदेश सचिव अश्विनी माझी पीड़ित परिवार से मुलाकात करने बुर्ला पहुंचे।