संबलपुर कोर्ट में लंबित मामले बरगढ़ स्थानांतरित
पश्चिम ओडिशा में हाईकोर्ट की स्थायी खंडपीठ स्थापित किए जाने की मांग को लेकर संबलपुर समेत अन्य कई वकील संघों की ओर से जारी आंदोलन और इसकी वजह से विभिन्न अदालतों में लंबित मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए ओडिशा हाईकोर्ट की सलाह पर सरकार के कानून विभाग ने ऐसे लंबित मामलों की सुनवाई अन्य जिलों और अदालतों में स्थानांतरित करने का निर्णय लिया है।
संवाद सूत्र, संबलपुर : पश्चिम ओडिशा में हाईकोर्ट की स्थायी खंडपीठ स्थापित किए जाने की मांग को लेकर संबलपुर समेत अन्य कई वकील संघों की ओर से जारी आंदोलन और इसकी वजह से विभिन्न अदालतों में लंबित मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए ओडिशा हाईकोर्ट की सलाह पर सरकार के कानून विभाग ने ऐसे लंबित मामलों की सुनवाई अन्य जिलों और अदालतों में स्थानांतरित करने का निर्णय लिया है। शुक्रवार के दिन कानून विभाग की ओर से इस आशय का विज्ञप्ति भी जारी कर दिया गया है, जिसे लेकर आंदोलनकारी वकीलों में असंतोष देखा जा रहा है।
गौरतलब है कि खंडपीठ को लेकर संबलपुर जिला वकील संघ का आंदोलन सबसे अधिक मुखर और तेज रहा है। पिछले कई महीनों से संबलपुर के विभिन्न अदालतों में कामकाज प्रभावित है। दीवानी मामलों की सुनवाई नहीं हो पा रही है। इसके अलावा प्रत्येक महीने के तीन अंतिम कार्यदिवस के दिन भी सरकारी-गैरसरकारी कार्यालय बंद कराया जाता है। उधर, खंडपीठ की मांग पर राज्य और केंद्र सरकार एक दूसरे पर जिम्मेदारी थोपकर खुद बचने की कोशिश करते रहे है।
कानून विभाग की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, संबलपुर के विभिन्न अदालतों में लंबित अदालती मामले बरगढ़ जिला के अदालतों में स्थानांतरित किया गया है, जबकि बलांगीर अदालत के मामले टिटिलागढ़ और सेंतला अदालत, देवगढ़ अदालत के मामले केंदूझर अदालत, झारसुगुडा अदालत के मामले सुंदरगढ़ अदालत स्थानांतरित किया गया है। इनके अलावा अन्य कुछ लंबित मामलों को भी सुनवाई के लिए अलग अलग अदालतों में स्थानांतरित किया गया है।