महिला मरीज की मां से एक हजार की ठगी
रुपये के आगे मानवता घुटने टेकने लगी है। अपनी जेब भरने के लिए कुछ लोग दूसरों की जान की परवाह नहीं करते।
संसू, संबलपुर : रुपये के आगे मानवता घुटने टेकने लगी है। अपनी जेब भरने के लिए कुछ लोग दूसरों की जान की परवाह नहीं करते। ऐसा ही एक मामला बुर्ला स्थित मेडिकल अस्पताल में सामने आने के बाद कई स्वयंसेवी संगठनों ने पुलिस अधीक्षक का ध्यान आकर्षित करते हुए कार्रवाई की मांग की है।
सोनपुर जिला की अहल्या बेरिहा स्त्री रोग से पीड़ित है। उसकी मां इलाज के लिए उसे साथ लेकर सोमवार को बुर्ला अस्पताल पहुंची। अस्पताल में मरीजों की भीड़ को देख मां परेशान हो गयी। तब उन्हें ऑटो से अस्पताल तक लाने वाला चालक सहायता करते हुए मां- बेटी को डॉक्टर के पास ले गया। डॉक्टर ने इलाज के लिए रक्त की आवश्यकता बतायी।
आरोप है कि तब ऑटो चालक ने बगैर रुपये के रक्त मिलना मुश्किल बताया। इसके बाद वह मां- बेटी को रक्तभंडार की ओर ले गया। उसपर विश्वास कर मरीज की मां ने रक्त की व्यवस्था करने के लिए एक हजार रुपये उसे दे दिया। रुपये हाथ में आने के बाद ऑटो चालक शाम को वापस आने की बात कहकर चला गया। शाम तक जब वह नहीं लौटा तब मां रक्तभंडार पहुंची तो पता चला कि ऑटो चालक रक्त देने के नाम पर उसके साथ ठगी कर रुपये ले गया है। मां-बेटी की ऐसी हालत देख अस्पताल के एक डॉक्टर के प्रयास पर मरीज के लिए रक्त मिला और उसका इलाज हो सका। बुर्ला अस्पताल में ऐसे कई लोग घूमते रहते हैं। जो इलाज में सहायता के नाम पर मरीज और उनके रिश्तेदारों से ठगी करते हैं। इनमें से कुछ अस्पताल के कर्मचारी भी हैं। जो बगैर रुपये लिए मरीज को हाथ भी नहीं लगाते।