जार्ज के कांग्रेस का हाथ थामने की खबर से हलचल
आदिवासी नेता जार्ज तिर्की के कांग्रेस में शामिल होने की खबर से राजनीतिक मिजाज गरमा गया है।
राउरकेला, जेएनएन। कद्दावर आदिवासी नेता जार्ज तिर्की के कांग्रेस में शामिल होने की खबर से जिले का राजनीतिक मिजाज गरमाया हुआ है। महज एक साल के अंदर यह दूसरी बार होगा जब जार्ज किसी राजनीतिक दल से जुड़ने जा रहे हैं। पिछले साल के अंतिम महीनों में ही उन्होंने लंबे अंतराल के बाद झामुमो में वापसी की थी। जिसके बाद जिले में झामुमो को मजबूती मिली। वहीं महज एक साल के अंतराल में जार्ज अब कांग्रेस का हाथ थामने जा रहे हैं। जिसे राजनीतिक गलियारों में इस चर्चा के साथ जोड़कर देखा जा रहा है कि वे सांसद बनने के अपने अधूरे सपने को पूरा करना चाहते हैं।
जार्ज ने वर्ष 2004 में बीरमित्रपुर विधानसभा सीट व सुंदरगढ़ संसदीय सीट से एक साथ विधायक व सांसद के लिए चुनाव लड़ा था। लेकिन उनका यह प्रयोग विफल सिद्ध हुआ था और दोनों ही पद के लिए वे चुनाव हार गए थे। जिसके बाद उन्होंने सांसद बनने की अपनी इच्छा को मन में दबाकर केवल विधानसभा सीट के लिए चुनाव लड़ा और लगातार 2009 व 2014 में बीरमित्रपुर से इस सीट पर जीत दर्ज की। लेकिन अब वे सांसद बनने की अपनी इच्छा को कांग्रेस के हाथ के जरिए पूरा करने की कोशिश में हैं। जिसके लिए महज एक साल पहले जुड़े झामुमो का साथ वे छोड़कर कांग्रेस का रुख कर रहे हैं।
अपनी लोकप्रियता व आदिवासी समाज में पैठ के बूते वे संसद भवन तक का रास्ता तय करने की तैयारी में जुटे हैं। हालांकि अभी तक आधिकारिक रूप से उनके कांग्रेस में जुड़ने की पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन उनके कांग्रेस में आने की खबर से जिला कांग्रेस में भी हलचल बढ़ी हुई है। उनके कद व रुतबे को देखते हुए उन्हें कांग्रेस में किस तरह से लिया जाएगा इस पर चर्चा तेज हो गई है।