Rath Yatra 2019: विवाद का पटाक्षेप, तीन दिन बाद मौसीबाड़ी पहुंचे भगवान जगन्नाथ
विवाद के समाधान के बाद भगवान जगन्नाथ को रविवार की दोपहर के बाद सरस्वती कुंड मंदिर स्थित पुराने मंदिर में रखा गया है जहां बाहुड़ा यात्रा तक उनकी सेवा की जाएगी।
राउरकेला, जेएनएन। वेदव्यास में भगवान जगन्नाथ के मौसीबाड़ी गुडिंचा मंदिर को लेकर विवाद के कारण तीन दिन तक भगवान को सड़क पर रुकना पड़ा। रविवार को विवाद का समाधान होने के कारण सरस्वती कुंड मंदिर में उन्हें रखा गया। वेदव्यास ट्रस्ट की गड़बड़ी के कारण भक्तों में असंतोष देखा गया। पुरी जगन्नाथ में जिस दिन रथयात्रा निकाली जाती है उसके एक दिन बाद वेदव्यास त्रिवेणी संगम पर भी धूमधाम से रथयात्रा निकाली जाती रही है। ट्रस्ट के अनुसार रथ जगन्नाथ मंदिर के निकलकर सरस्वती कुंड के लिए निकली। रथ के ट्रस्ट कार्यालय पहुंचने के बाद अचानक दिशा बदल कर गौशाला की ओर कर दिया गया।
इससे भक्तों को आश्चर्य हुआ एवं उनमें असंतोष देखा गया। विरोध के चलते रथ को रास्ते में ही रोकना पड़ा। विवाद के समाधान के लिए ट्रस्ट की बैठक हुई पर इसमें समाधान नहीं निकल सका। रविवार को फिर
बातचीत हुई एवं रथ को सस्वती कुंड मंदिर पहुंचाया गया।
विवाद का समाधान कर लिया गया है। भगवान जगन्नाथ को रविवार की दोपहर के बाद सरस्वती कुंड मंदिर स्थित पुराने मंदिर में रखा गया है जहां बाहुड़ा यात्रा तक उनकी सेवा की जाएगी।
अनुपम राय, सचिव वेदव्यास ट्रस्ट।