निजी स्कूल में पढ़ने वाले गरीब बच्चों के री-एडमिशन और फीस में रियायत देने की मांग पर सौंपा मांग पत्र
कोरोना महामारी के कारण लोगों का घर चलाना मुश्किल हो गया है। जिसके कारण शहर के निजी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के अभिभावकों को स्कूल के रीएडमिशन से लेकर मासिक फीस देने में असमर्थता जताई है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : कोरोना महामारी के कारण लोगों का घर चलाना मुश्किल हो गया है। जिसके कारण शहर के निजी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के अभिभावकों को स्कूल के रीएडमिशन से लेकर मासिक फीस देने में असमर्थता जताई है। साथ ही हॉस्टल में फीस भी अभिभावकों ने देने में असमर्थता जताई है। जबकि दूसरी तरफ निजी स्कूलों की ओर से अभिभावकों को उनके बच्चों का रीएडमिशन और फीस समय पर स्कूल में जमा नहीं कराने पर उनके बच्चों को स्कूल से निकाल देने का मैसेज और कॉल अभिभावकों के पास आ रहा है। अभिभावकों की इन मांगों के समर्थन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के राउरकेला शाखा अध्यक्ष आशीष दास की अगुवाई में सोमवार को अभिभावकों के साथ उपजिलापाल विश्वजीत महापात्र को एक मांग पत्र सौंपा है। इस संबंध में अध्यक्ष आशीष ने बताया कि दूसरी बार एबीवीपी की ओर से उपजिलापाल को शहर के सभी निजी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों का इस साल रीएडमिशन, सालभर की फीस और हॉस्टल फीस में जिला प्रशासन की ओर से कुछ रियायत दी जाए। जिससे कोरोना महामारी के कारण निजी स्कूल में पढ़ने वाले गरीब बच्चों के अभिभावकों को राहत मिल सके। एबीवीपी की ओर से कहा गया है कि इस दिशा में प्रशासन की ओर से अभी तक कोई कदम नही उठाया गया है। आगामी सप्ताह तक प्रशासन स्कूल कमेटी से साथ बातचीत करके गरीब बच्चों के लिए रियायत का नोटिस जारी नहीं किया गया तो जिलेभर में एबीवीपी की ओर से आंदोलन तेज किया जाएगा। इस संबंध में उप जिलापाल ने एबीवीपी के अध्यक्ष आशीष दास को स्कूलों की लिस्ट देने के बाद वे उक्त लिस्ट ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को भेजकर इस समस्या का समाधान करने का भरोसा दिया। मौके पर एबीवीपी के नगर सचिव हेमानंद दास, स्वदेश पंडा, अमन झा, इप्सिता राउत, सोनाली सुचिस्मिता बारीक, समीर राउत, सौम्य रंजन प्रधान, प्रदीप साहु, राजू गोस्वामी समेत अभिभावक उपस्थित थे।