अब अंगुली से नही नेत्रों से की जाएगी लाभुकों की पहचान
राशन कार्ड धारकों को सरकारी खुदरा विक्रेता केंद्र (कंट्रोल) में फिगर प्रिट (अंगुली) निशान लेकर गेंहू चावल और केरोसिन दिया जाता है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : राशन कार्ड धारकों को सरकारी खुदरा विक्रेता केंद्र (कंट्रोल) में फिगर प्रिट (अंगुली) निशान लेकर गेंहू, चावल और केरोसिन दिया जाता है। लेकिन अप्रैल-2020 से राशन दुकान में आंखों से पहचान किए जाने के बाद लाभुकों को राशन दिया जाएगा। इसके तहत शुक्रवार को उदितनगर आईटीडीए हॉल में आपूíत विभाग की ओर से डीलरों को प्रशिक्षण दिया गया। शिविर में जिला सहायक आपूíत अधिकारी सुरेंद्र बाग, राउरकेला सहायक आपूíत अधिकारी रामचंद्र टुडू, राउरकेला आपूíत निरीक्षक चंद्रिका साहू और निकिता नायक, बीरिमत्रपुर आपूíत निरीक्षक स्मिता विश्वाल, राजगांगपुर सहायक आपूíत अधिकारी मिलन मांझी ने डीलरों को सिस्टम की बारीकियों से अवगत कराया। सहायक आपूíत अधिकारी रामचंद्र टुडू ने बताया कि इस शिविर में राउरकेला नगरपालिका, बीरमित्रपुर नगरपालिका और राजगांगपुर नगरपालिका के कुल 183 डीलरों को इरीश मशीन का प्रशिक्षण देने के साथ सभी को मशीन भी प्रदान किया गया है। इस मशीन के माध्यम से लाभुकों के आंख को स्कैन कर उनकी पहचान करनी है, सभी को बताया गया। अप्रैल 2020 से इसी व्यवस्था के तहत लाभुकों को कंट्रोल से राशन प्रदान किया जाएगा।