राउरकेला इस्पात संयंत्र में 50 मिलियन टन का कीर्तिमान हासिल
राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के सिटरिग प्लांट-1 ने बीते बुधवार को 50 मिलियन टन का उत्पादन पार कर एक ऐतिहासिक कीर्तिमान स्थापित किया।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के सिटरिग प्लांट-1 ने बीते बुधवार को 50 मिलियन टन का उत्पादन पार कर एक ऐतिहासिक कीर्तिमान स्थापित किया। इससे अब वह आरएसपी के उत्कृष्ट निष्पादन करने वाले विभागों के समूह में शामिल होने में सक्षम हो गया।
आरएसपी के सिटरिग प्लांट-1 को 28 फरवरी-1965 को जर्मनी के मेसर्स कोपर द्वारा अर्द्धशतक के डिजाइन के आधार कच्चे मिश्रण की तैयारी, रिटर्न फाइन हैंडलिग और सामान्य श्रृंखला के रूप में तैयार सिटर हैंडलिग के साथ डिजाइन कर स्थापित किया गया था। वर्तमान में रॉ मैटेरियल हैंडलिग प्लांट से बेस मिक्स की आपूर्ति की जा रही है, लेकिन फ्लक्स और कोक को चूर कर सिटर प्लांट में ट्रिमिग के रूप में दिया जाता है। प्लांट में दो स्ट्रेट लाइन कूलर के साथ-साथ 125 वर्गमीटर ग्रेट एरिया के दो स्ट्रैंड हैं। इस उपलब्धि में योगदान देने वाली गतिविधियों में मिश्रण तैयार करने, इग्निशन सिस्टम, रिटर्न फाइन हैंडलिग, कोल्ड सिटर स्क्रीनिग और डस्टिग सुविधाओं के क्षेत्र में उन्नयन उपाय और 1,25 मिलियन टन प्रति वर्ष से 1.5 मिलियन टन प्रति वर्ष क्षमता वृद्धि शामिल है जिन्हें अस्सी के दशक में कार्यान्वित किया गया था। 90 के दशक में प्रदूषण नियंत्रण उपायों के एक भाग के रूप में दोनों मशीनों के लिए साइक्लोन के स्थान पर प्रक्रिया ईएसपी स्थापित किए गए थे। 2014-15 के दौरान ईएसपी-1और 2 को ढाह कर अतिरिक्त क्षेत्रों के साथ नए ईएसपी स्थापित किए गए। वित्तीय वर्ष 2019-20 और 2020-21 में, 100 मीटर की प्रक्रिया ईएसपी चिमनी को स्थापित कर चालू किया गया और विड मेन 1 और 2 दोनों को भी बदल कर चालू कर दिया गया था, सभी इलेक्ट्रोड के प्रतिस्थापन के साथ दोनों प्रक्रिया ईएसपी 1 और 2 को पुन: पुनर्निर्मित किया गया।