मरीज की मौत के 40 दिन बाद नमूना संग्रह का मैसेज
कोरोना नमूना संग्रह जांच रिपोर्ट होम आइसोलेशन अस्पताल में भर्ती स्वस्थ होने तथा मौत का सारा आंकड़ा रखा जा रहा है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : कोरोना नमूना संग्रह, जांच रिपोर्ट, होम आइसोलेशन, अस्पताल में भर्ती, स्वस्थ होने तथा मौत का सारा आंकड़ा रखा जा रहा है। पर इसमें भारी गड़बड़ी देखी जा रही है। छेंड कालोनी की बुजुर्ग महिला सुवासिनी महापात्र की मौत के 40 दिन बाद उसके मोबाइल पर नमूना संग्रह होने का मैसेज मिला वहीं कोयलनगर निवासी प्रकाश महकुड़ ने 5 मई को एंटीजेन टेस्ट कराया था 26 जून को उनके पास मैसेज आ रहा है कि आप रिपोर्ट आने तक अपने को आइसोलेट रखें। छेंड कालोनी निवासी 67 वर्षीय सुवासिनी महापात्र की तबीयत खराब होने पर उन्हें 13 मई को इस्पात जनरल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां 15 जून को एक बजे कोरोना जांच के लिए नमूना संग्रह किया गया था। उसी दिन शाम को उसका रिपोर्ट पाजिटिव आने के बाद कोविड वार्ड में उसे भेज दिया गया। 17 मई की शाम करीब पांच बजे उनकी मौत हो गई। तब संग्रह किए गए नमूने का मैसेज मोबाइल पर आया था। फिर 26 जून को दोबारा मैसेज आया कि आपका नमूना संग्रह कर लिया गया है। रिपोर्ट आने तक आप अपने को आइसोलेट रखें। मौत के 40 दिन बाद मरीज को आइसोलेट रखने का मैसेज आने से परिवार के लोग आश्चर्य प्रकट कर रहे हैं। इसी तरह भ्रमित करने वाला मैसेज कोयलनगर निवासी प्रकाश महकुड़ के पास भी आया है। प्रकाश ने 5 मई को कोरोना एंटीजेन टेस्ट कराया था एवं तब रिपोर्ट निगेटिव थी। इसके बाद उसने कभी नमूना जांच के लिए नहीं दिया। 26 जून को उसके मोबाइल पर एक मैसेज आया कि आपका नमूना संग्रह कर लिया गया है तथा रिपोर्ट आने तक अपने को घर में आइसोलेट रखें। इस तरह के मैसेज व सलाह से कोरोना नमूना संग्रह, जांच रिपोर्ट व मौत के आंकड़ों में गड़बड़ी होने की आशंका जताई जा रही है।