श्रमिक हित में एक मंच पर आए आरएसएस व जीएमएम
राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के श्रमिकों के हित में राउरकेला श्रमिक संघ (आरएसएस) एवं गांगपुर मजदूर मंच (जीएमएम) एक मंच पर आ गए हैं।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के श्रमिकों के हित में राउरकेला श्रमिक संघ (आरएसएस) एवं गांगपुर मजदूर मंच (जीएमएम) एक मंच पर आ गए हैं। संयंत्र की दो बड़ी यूनियनों की ओर से नया वेतन समझौता एवं स्वीकृति प्राप्त यूनियन चुनाव की मांग को लेकर सोमवार को रीजनल लेबर कमिश्नर, आंचलिक के कार्यालय के समक्ष 22 से 25 फरवरी तक चार दिनों तक धरना देने की घोषणा की गई है। इसके बाद भी मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी गई है।
गांगपुर मजदूर मंच कार्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए आरएसएस के महासचिव प्रशांत बेहरा तथा जीएमएम के गोपाल दास ने कहा कि सेल कर्मचारियों के वेतन समझौते की अवधि 31 दिसंबर 2016 को पूरी होने के चार साल बीत चुके हैं पर अब तक एनजेसीएस में नए वेतन समझौते को लेकर ठोस पहल नहीं की जा रही है। इससे कर्मचारियों को उनके परिश्रम का लाभ नहीं मिल पा रहा है। 2018-19 में पूर्ववर्ती लाभ 3338 करोड़ था यह 2019-20 में 3171करोड़ हो गया। चालू वित्त वर्ष में भी लाभ अर्जित करने के कारण सम्मान जनक वेतन की आवश्यकता है। स्वीकृति प्राप्त यूनियन की अवधि भी 25 अप्रैल 2020 को पूरी हो चुकी है पर इसके दस महीने बीत जाने के बाद भी यूनियन चुनाव नहीं कराया जा रहा है जिससे स्वीकृतिप्राप्त यूनियन के द्वारा प्रबंधन से मिलकर अपने अधिकार का गलत उपयोग किया जा रहा है। स्वीकृति प्राप्त यूनियन चुनाव को लेकर आरएसएस की ओर से महासचिव प्रशांत बेहरा ने हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। अदालत ने इसे स्वीकार करते हुए सात सितंबर 2020 के बल पर आरएसपी में गुप्त मतदान के जरिए यूनियन चुनाव कराने के लिए मुख्य श्रम आयुक्त सेंट्रल नई दिल्ली, डिप्टी चीफ लेवर कमिश्नर भुवनेश्वर तथा रीजनल लेबर कमिश्नर राउरकेला को निर्देश दिया गया। सुंदरगढ़ में प्रशासनिक सहमति मिलने के बाद भी चुनाव नहीं कराया जा रहा है। श्रमिकहित में रीजनल लेबर कमिश्नर के कार्यालय के समक्ष सुबह 8 से शाम 6 बजे तक धरना दिया जाएगा।