बीजद की कलह अब खुलकर सामने आई
बीजू जनता दल के नेता प्रियव्रत भंज को निलंबित कर 19 दिनों में निलंबन वापस लेने पर कयास लगाए जा रहे हैं।
राउरकेला, जेएनएन। राउरकेला बीजू जनता दल की अंदरुनी कलह खुलकर सामने आने लगी है। खासकर बीजद के युवा नेता प्रियव्रत भंज को निलंबित करने के 19 दिनों के बाद ही उनका निलंबन वापस लिए जाने
के मामले के बाद इसे लेकर विभिन्न राजनीतिक कयास लगाए जा रहे है। मामले को लेकर यहां के परस्पर विरोधी बीजद नेताओं के अहम से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
बीजद से जुड़े सूत्रों ने बताया कि छेंड कॉलोनी में विगत दिनों बीजद की ओर से नुआखाई भेंटघाट समारोह आयोजित किया गया था। जिसमें प्रदेश सरकार की उपलब्धियों समेत मुख्यमंत्री नवीन पटनायक द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों का संक्षिप्त वीडियो भी जारी करने का कार्यक्रम था। लेकिन इस वीडियो में प्रदेश सरकार या मुख्यमंत्री के बनिबस्त पूर्व मंत्री द्वारा किए गए कार्याें का उल्लेख होने से युवा बीजद के जिला सचिव प्रियव्रत भंज ने इसका जोरदार विरोध किया था।
जिसके बाद इसे अनुशासनहीनता का मामला मानते हुए युवा बीजद के सुंदरगढ़ जिलाध्यक्ष देवेंद्र मांझी ने निलंबन करने का अधिकार न होने के बावजूद प्रियव्रत भंज को निलंबित करने के लिए युवा बीजद के प्रदेश अध्यक्ष अमरेश पत्री के पास भेजा था। लेकिन बाद में उन्होंने सफाई दी कि प्रियव्रत भंज को निलंबित नहीं किया गया है, बल्कि पद से हटाया गया है, जबकि उनकी युवा बीजद की प्राथमिक सदस्यता बरकरार रहेगी। जिससे इस मामले को लेकर शहर के राजनीतिक गलियारो में वर्तमान बीजद में कुछ ठीक नहीं चल रहा है कि चर्चा जोरों पर है।
हालांकि इस संबंध में बीजद नेताओं की ओर से कोई बयान सामने नहीं आया है। माना जा रहा है कि बीजद नेता मसले पर चुप रहने में ही अपनी भलाई समझ रहे हैं।