गरीब रथ व मौर्य एक्स. का सपना अधूरा
इस्पात नगरी राउरकेला में देश के करीब सभी राज्यों के प्रवास
जागरण संवाददाता, राउरकेला: इस्पात नगरी राउरकेला में देश के करीब सभी राज्यों के प्रवासी रहते हैं। इनमें से बिहार व उत्तर प्रदेश के प्रवासियों की संख्या अधिक है। उनके पर्व-त्योहार के साथ शादी-ब्याह या फिर गर्मी की छुट्टियां बिताने पैतृक गांव जाने जाने के लिए प्रमुख साधन ट्रेन है। लेकिन बिहार व उत्तरप्रदेश के सभी प्रमुख शहरों को जोड़ने के लिए हटिया-गोरखपुर मौर्य एक्सप्रेस का संप्रसारण राउरकेला करने की मांग कई वर्षों से लंबित है। इसके अलावा राउरकेला से दिल्ली की दूरी कम समय में तय करने के लिए रांची-नई दिल्ली गरीब रथ का संप्रसारण की मांग भी लंबे समय से लंबित है।
हटिया में नौ घंटे तक रुकी रहती है मौर्य एक्सप्रेस: हटिया से गोरखपुर तक चलने वाली मौर्य एक्सप्रेस सुबह यहां पहुंचने के बाद करीब नौ घंटे तक रुकी रहती है। जिससे इसका संप्रसारण राउरकेला तक करने में कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। लेकिन ट्रेन के विलंब से चलने का हवाला देकर रेलवे प्रबंधन ने इसके राउरकेला तक संप्रसारण करने में परेशानी का जिक्र किया है। जबकि हकीकत यह है कि यह ट्रेन केवल ठंड के दिन में कोहरे के कारण विलंब से चलती है। जिससे इस मामले में इसे रेलवे की उदासीनता माना जा रहा है।
दिल्ली के लिये मुफीद ट्रेन है रांची-दिल्ली गरीब रथ: रांची से नई दिल्ली के लिए सप्ताह में तीन गरीब रथ एक्सप्रेस चलती है। इस ट्रेन का किराया भी कम है तथा यह दिल्ली तक पहुंचाने में समय भी कम लेती है। ट्रेन के राउरकेला तक संप्रसारित होने से शहर के लोगों को भी इसका लाभ मिलेगा। राजनीतिक दल व सामाजिक संगठनों ने इसकी मांग कर रहे हैं। इसका संप्रसारण होने से यहां के लोगों को नई दिल्ली तक कम किराया व कम समय में पहुंचाने वाली ट्रेन की सुविधा तो मिलेगी, इसके समेत यह ट्रेन यहां से खुलने के बाद रांची, बरकाकाना, टोरी, लातेहार, डाल्टनगंज, गढ़वा रोड, जापला, नावेनगढ रोड, डेहरी अन सोन, भाबुआ रोड, पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन, कानपुर सेंट्रल, नई दिल्ली जाने से राउरकेला से नई दिल्ली तक के उपरोक्त स्टेशन तक जाने के लिए भी ट्रेन की सुविधा मिलेगी।
एक्सपर्ट की राय
रांची-नई दिल्ली गरीब रथ तथा हटिया-गोरखपुर मौर्य एक्सप्रेस के राउरकेला तक संप्रसारण की मांग लंबे समय से लंबित है। मौर्य चलने से यहां रहने वाली यूपी व बिहार के प्रवासियों को लाभ होगा। गरीब रथ के संप्रसारण से कम समय व कम किराया में दिल्ली पहुंचाने वाली अतिरिक्त ट्रेन मिलेगी। जो आम जनता के साथ व्यवसायी वर्ग के लिये भी फायदेमंद होगी।
-कमल अग्रवाल, समाजसेवी ।