राफेल सौदे में करोड़ों का घोटाला: कांग्रेस
राहुल गांधी ने राफेल विमान सौदे में घोटाला होने का आरोप लगाने के बाद अब इस मुद्दे पर केंद्र सरकार समेत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरने का निर्णय लिया है।
राउरकेला, जेएनएन। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल विमान सौदे में करोड़ों रुपयों का घोटाला होने का आरोप लगाने के बाद अब कांग्रेस ने इस मुद्दे पर देश भर में केंद्र सरकार समेत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरने का निर्णय लिया है। जिसमें केंद्र सरकार के करोड़ों रुपयों के इस घोटाले से देश की जनता को अवगत कराने के लिए लगातार आंदोलन चलाने का एलान किया गया है। राउरकेला जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय में रविवार प्रेसवार्ता में इसकी जानकारी दी गई।
इसके प्रतिवाद में आगामी 11 सितंबर को एडीएम कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया है। राय ने कहा कि फ्रांस के साथ राफेल लड़ाकू विमान खरीदने को लेकर कांग्रेस नीत संप्रग सरकार से समझौता हुआ था। जिसमें कुल 126 विमानों की खरीद प्रति 560 करोड़ रुपये की कीमत पर खरीदा जाना था। लेकिन अब केंद्र सरकार ने इन लड़ाकू विमानों को खरीदने के लिए प्रति विमान 1670 करोड़ रुपये की कीमत पर खरीदने का करार किया है। जिसमें इन विमानों की संख्या भी घटाकर 36 कर दी गई है।
वहीं इसका ठेका भी पूंजीपति अनिल अंबानी की नई कंपनी को दी गई है। जिसे लड़ाकू विमान खरीदने का कोई अनुभव नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीधे-सीधे अनिल अंबानी को फायदा पहुंचाने के लिए यह करार किया है। उन्होंने राफेल डील में तकरीबन 130 हजार करोड़ रुपयों का घोटाला होने का आरोप लगाया है। जिससे अब कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाने का निणर्य लिया है ताकि इस घोटाला से जन-जन को वाकिफ कराया जा सके। इस प्रेसवार्ता को पूर्व विधायक प्रभात महापात्र, जिला कार्यकारी अध्यक्ष साबिर हुसैन, वरिष्ठ नेता वारियम ¨सह, आइएम पंडा, प्रदेश सचिव रश्मि पाढ़ी, अजित सामल ने भी संबोधित किया। इस प्रेसवार्ता में अन्य लोगों में गजेंद्र तांती, संतोष तांती, कीर्तन दास, भास्कर खिलार, मो. शहाबुद्दीन, बासु बनर्जी, रमेश गुप्ता, हितेश देहुरी, सौम्यरंजन नायक समेत अन्य कांग्रेसी नेता व कार्यकर्ता शामिल रहे।
प्रेसवार्ता में राहुल गांधी की नकल पड़ी भारी: कांग्रेस प्रेसवार्ता में प्रदेश कांग्रेस के सचिव रश्मि पाढी को राहुल गांधी की नकल भारी पड़ गई। कुछ दिनों पूर्व राहुल गांधी ने नई दिल्ली में नोटबंदी को लेकर हुई प्रेसवार्ता में मीडिया कर्मियों से यह कहकर परिहास किया था कि समाचार लिखने या दिखाने को लेकर वे किसी दबाव में तो नहीं है। इसी तर्ज पर रविवार की प्रेसवार्ता में प्रदेश सचिव रश्मि पाढ़ी ने राफेल मुद्दे को लेकर बिना किसी दबाव के कांग्रेस के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का अनुरोध किया। लेकिन जब मीडिया कर्मियों ने पूछा कि दबाव से उनका मतलब क्या है तो जवाब देते नहीं बना। बाद में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजित सामल ने किसी प्रकार मामले को संभाला।