मंडी में धान की खरीद बंद होने से किसान हताश
सरकार की ओर से किसानों को धान का उचित मूल्य मिले इसके ि
जागरण संवाददाता, राउरकेला : सरकार की ओर से किसानों को धान का उचित मूल्य मिले इसके लिए लैंपस के जरिए धान खरीदने की व्यवस्था की गई थी। 15 दिसंबर से मंडी खोला गया था। अब इसे बंद कर दिए जाने से किसान कम दाम पर बिचौलियों को धान बेचने के लिए विवश हैं।
सुंदरगढ़ जिले में इस वर्ष अक्टूबर महीने में अच्छी बारिश नहीं होने के बावजूद कई इलाके में धान की फसल अच्छी हुई थी। धान की कटाई शुरू होने के साथ ही विभिन्न स्थानों पर मंडी खोलकर किसानों को उचित दाम मुहैया कराने की व्यवस्था कराई गई थी। दिसंबर महीने में बारिश के कारण किसान खलिहानों का धान नहीं समेट पाए। इस बीच सरकार की ओर से खोली गई मंडियां बंद कर दी गई। गोदाम में अधिक धान पड़े होने के कारण विभाग की ओर से पहले चरण की खरीद का रिपोर्ट सरकार को भेजने के बाद दूसरे चरण में मंडी खोलने की बात कहते हुए फिलहाल मंडी को बंद करने का निर्देश दिया गया। ओडिशा में धान मंडी बंद होने के कारण छत्तीसगढ़ में मंडी खुले हुए हैं। बिचौलिए सुंदरगढ़ जिले से धान खरीदकर छत्तीसगढ़ में अधिक कीमत पर बेच रहे हैं। किसानों की सुविधा के लिए जिला प्रशासन की ओर से दुबारा मंडी खोलने का प्रबंध भी नहीं किया जा रहा है।