ऑनलाइन चित्रांकन प्रतियोगिता में राउरकेला का दबदबा
ओडिशा ललित कला अकादमी की ओर से कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन चित्रांकन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
जासं, राउरकेला : ओडिशा ललित कला अकादमी की ओर से कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन चित्रांकन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें जूनियर ग्रुप में 16 से 30 साल तथा सीनियर ग्रुप में 30 साल से अधिक आयु वर्ग के प्रतिभागी अकादमी की वेबसाइट से जुड़ कर शामिल हुए थे।
राउरकेला स्कूल ऑफ फाइन आर्ट के कला शिक्षक तथा अकादमी के सदस्य गोकुलानंद दास, काशीनाथ पात्र, आर प्रधान राउरकेला की चित्रकार वनीता पुरोहित, रामाशीष प्रसाद को सीनियर ग्रुप में पुरस्कार के लिए चुना गया है। जूनियर ग्रुप में भी स्कूल की पूर्व छात्रा प्रत्यूषानंद सामल, सिद्धार्थ राय, स्वाधा महांती को पुरस्कार के लिए चुना गया है। अकादमी के महासचिव अक्षय कुमार सामल, अध्यक्ष डा. प्रभात मल्लिक समेत सदस्यों ने विजेताओं को शुभकामना दी है। नियुक्ति बंद करने का डीवाइएफआइ ने किया विरोध
: राज्य सरकार की ओर से कोरोना महामारी के मद्देनजर विभिन्न सरकारी पदों पर दो साल के लिए पाबंदी लगाने का निर्णय लिया गया है। इस फैसले को जन विरोधी एवं युवा विरोधी बताते हुए गणतांत्रिक युवा फेडरेशन (डीवाइएफआइ) ने विरोध किया है एवं मुख्यमंत्री से इस पर पुनर्विचार करने की मांग की है।
फेडरेशन के जिला अध्यक्ष राजकिशोर प्रधान ने कहा कि राज्य में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है इस पर नियंत्रण के लिए उल्लेखनीय कदम न उठाकर नियुक्ति बंद करने की घोषणा कर सरकार लोगों को भ्रमित करने का प्रयास कर रही है। एक ओर सरकार प्रवासी श्रमिकों को योग्यता के आधार पर काम रोजगार देने की बात कर रही है दूसरी ओर नियुक्ति पर पाबंदी लगाई जा रही है। सरकार की गलत नीति के कारण शहर से लेकर गांवों तक बड़ी संख्या में युवा बेरोजगार हैं। उनके पास काम नहीं होने के कारण आर्थिक स्थिति दयनीय होती जा रही है। उन्हें रोजगार देने के लिए पहल करने के बजाय सरकार नियुक्ति बंद कर रही है जो दुर्भाग्यजनक है। उन्होंने इसके खिलाफ राज्यव्यापी आंदोलन करने की बात कही है।