ओडिशा : दिलीप राय ने विधायक पद तो विजय महापात्र ने भाजपा से दिया इस्तीफा
Odisha Dilip Ray And Bijoy Mohapatra Resigned.ओडिशा में दिलीप राय ने विधायक पद तो विजय महापात्र ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया।
भुवनेश्वर, शेषनाथ राय। आगामी 2019 आम चुनाव से पहले राज्य भाजपा को बड़ा झटका लगा है। एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी के राउरकेला विधायक दिलीप राय ने विधायक पद से इस्तीफा देते हुए पार्टी छोडऩे की घोषणा की है तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा व राज्य के वरिष्ठ नेता विजय महापात्र ने पार्टी से त्यागपत्र दे दिया है।
जानकारी के मुताबिक पिछले काफी दिनों से राज्य भाजपा से चल रहे मनमुटाव के चलते विजय महापात्र ने अपना इस्तीफा पत्र भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के पास भेज देने की जानकारी उन्होंने एक पत्रकार सम्मेलन के जरिए दी है। ओडिशा के स्वार्थ एवं विकास के लिए आगामी 15 दिन के अन्दर अपने राजनीतिक निर्णय के बारे में विस्तार से जानकारी देने की बात श्री महापात्र ने मीडिया को दी है।
खबर के मुताबिक 2009 में भाजपा में शामिल हुए श्री महापात्र ने आज पत्रकार सम्मेलन के जरिए कहा है कि भाजपा नेतृत्व ओडिशा के विकास एवं स्वार्थ को महत्व नहीं दे रहा है। ऐसे में पार्टी से जुड़कर काम करना सम्भव नहीं था।
महापात्र ने कहा है कि पहले ही हमने इस संदर्भ में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं वरिष्ठ नेता के साथ चर्चा की थी मगर कोई लाभ न मिलने से हमने आज यह कदम उठाया है। महापात्र ने आरोप लगाया है कि भाजपा का ओडिशा के विकास के प्रति आन्तरिकता एवं निष्ठा नहीं दिखती है।
वहीं, भाजपा नेता तथा राउरकेला विधायक विधायक दिलीप राय ने विधायक पद से अपना इस्तीफा दे दिया है। श्री राय के अपना इस्तीफा पत्र विधानसभा अध्यक्ष प्रदीप अमात से मुलाकात कर अपना इस्तीफा पत्र दे दिया है। विधानसभा अध्यक्ष श्री अमात ने कहा है कि श्री राय नीति नियम के मुताबिक अपना इस्तीफा पत्र दिया है। उन्होंने कहा है कि इमेल के जरिए पार्टी से भी अपना इस्तीफा दे दिया है। श्री राय ने ट्वीट के जरिए विधायक पद एवं भाजपा के प्राथमिक सदस्यस्ता पद से इस्तीफा देने की बात कही है। दिलीप राय ने यह भी कहा है कि 2019 आम चुनाव में राउरकेला से वह प्रतिद्वंदिता नहीं करेंगे।
प्राप्त खबर के मुताबिक ब्राह्मणी नदी में दूसरे ब्रिज एवं आइजीएच को सुपर स्पेश्यलिटी अस्पताल में तब्दील करने के लिए काफी दिनों से दिलीप राय मांग कर रहे थे। प्रधानमंत्री उभय प्रोजेक्ट के संदर्भ में घोषणा भी किए थे मगर इसे कार्यकारी न होने से लोगों में असंतोष था। राय ने कहा है कि लोगों के असंतोष के संदर्भ में हमने केन्द्र सरकार के पास आपत्ति भी की थी। इस प्रसंग को लेकर हमने विधायक पद छोडऩे की भी बात कही थी मगर कोई लाभ नहीं होने से आज इस्तीफा दिया है।
भाजपा नेता तथा प्रवक्ता गोलक महापात्र ने कहा कि पिछले काफी दिनों से ये दोनों नेता पार्टी के सक्रिय कार्यक्रम में योग नहीं दे रहे थे। ऐसे में इनके पार्टी छोडऩे से पार्टी पर कोई फर्क नही पडऩे वाला है। 2009 में भाजपा में शामिल होने का मेरा निर्णय गलत था। भाजपा की बात तो बड़ी-बड़ी होती है, मगर उसका घर छोटा है।