एनआइटी में गैन पाठ्यक्रम की शुरुआत
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान राउरकेला के औद्योगिक डिजाइन विभ
जागरण संवाददाता, राउरकेला : राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, राउरकेला के औद्योगिक डिजाइन विभाग ने वैश्विक पहल पर वाइब्रेशन प्रॉब्लम्स इन रोटे¨टग मशीन : डायग्नोसिस एंड रेक्टिफिकेशन पर ग्लोबल इनीटेटिव ऑफ एकेडेमिक नेटवर्क (जीआइएएन-गैन) पाठ्यक्रम की शुरुआत की गई। इसका उद्घाटन ब्रिटेन के प्रोफेसर आर्थर डब्ल्यू लीस ने किया।
एनआइटी राउरकेला के निदेशक अनिमेश विश्वास की मौजूदगी में आयोजित कार्यक्रम का संयोजन प्रो. मोहित लाल ने किया। प्रो. लाल ने कोर्स के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि पुरानी मशीनरी उद्योगों में टरबाइन जनरेटर सिस्टम जैसे पॉवर प्लांट, न्यूक्लियर सेक्टर, मरीन, एयरोस्पेस और कई तरह के उद्योगों में विविध प्रकार प्रयोग में आते हैं। इन घूमने वाली मशीनरी में अक्सर विभिन्न प्रकार की त्रुटि जैसे असंतुलित होना, मिसलिग्न्मेंट, क्रैक, रोटर धनुष, बेय¨रग फॉल्ट आदि आ जाती है। यह पाठ्यक्रम प्रतिभागियों को उन तरीकों की जानकारी देगा। जिससे डेटा तैयार किया का सके और उससे प्राप्त माप व डेटा के जरिए मशीन की त्रुटि दूर की जा सके।
उन्होंने कहा कि संयंत्र डेटा प्राप्त करने और डेटा विश्लेषण के उन्नत पेश करने का साधन है। इस पाठ्यक्रम के पीछे के उद्देश्य जटिल डेटा को पेश करने के विभिन्न तरीकों को समझना है। डायग्नोस्टिक्स की सहायता के लिए डेटा विश्लेषण के आधुनिक तरीकों की शुरुआत करना, वास्तविक तरीकों से मॉड¨लग के तरीकों की छानबीन करना है। उन तरीकों को अपनाना है जिसमें सामान्य मशीन दोष कंपन और अन्य बाहरी संकेतों को प्रभावित करते हैं। इस पाठ्यक्रम के दौरान रोटर सिस्टम, मशीन वर्गीकरण, डेटा की प्रस्तुति आदि की शिक्षा दी जाएगी।