मशरूम खेती से किसानों को मिलेगा रोजगार
मशरूम की खेती को बढ़ावा देने से किसानों को रोजगार मिलेगा।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : मशरूम की खेती को बढ़ावा देने से किसानों को रोजगार मिलेगा। इसी उद्देश्य को लेकर एमपीजीई कंपनी के सीईओ दिलीप प्रसाद नोनिया ने केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा एवं सुंदरगढ़ के सांसद सांसद जुएल ओराम से नई दिल्ली में मुलाकात की। इस दौरान एमपीजीई की बिजनेस की टीम ने मशरूम की खेती के माध्यम से किसानों को बेहतर रोजगार मिलने के संबंध में दोनों नेताओं को अवगत कराया।
बताया कि इस कार्यक्रम के जरिये भारत को कुपोषण मुक्त बनाया जा सकता है। इस मौके पर एमपीजीई के मार्केटिग डायरेक्टर पंकज कुमार ने बताया कि कंपनी किसानों को घर पर ट्रेनिग, बीज देते हुए उनके उगाए हुए मशरूम को सुखा कर प्रति किलो 800 रुपये की दर से खरीदने के लिए बाजार भी उपलब्ध कराएगा। इन बातों पर सहमति जताते हुए मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा की रोजगार एवं कुपोषण मुक्ति के लिए मशरूम बेहतर विकल्प है इसके लिए सरकार हर संभव सहायता किसानों को करेगी। मुंडा ने जनजातीय किसानों की आíथक हालत में सुधार के लिए अच्छी योजना बताया। इस मौके पर कंपनी के राजू बड़ाईक, डॉ. अभिजीत पाल एवं प्रीतीश किरण बा शामिल थे।