जिले में बांग्लादेशियों की पहचान की मांग
सुंदरगढ़ जिले के विभिन्न क्षेत्रों में बांग्लादेशी घुसपैठिये अपना जड़ जमाने में लगे हैं। जगह-जगह खाली जमीन पर कब्जा कर उनके द्वारा घर तैयार किया जा रहा है। विभिन्न प्रकार के अवैध धंधे एवं असामाजिक गतिविधियों में भी उनकी संलिप्तता बढ़ रही है जिससे जिले में आंतरिक सुरक्षा को भी खतरा हो सकता है। उनकी शीघ्र पहचान करने एवं कार्रवायी करने की मांग को लेकर विश्व हिन्दू परिषद के धर्म प्रसार विभाग प्रमुख शांतनु कुसुम ने सुंदरगढ़ एएसपी से मुलाकात की और ज्ञापन भी सौंपा।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : सुंदरगढ़ जिले के विभिन्न क्षेत्रों में बांग्लादेशी घुसपैठिए अपनी जड़ जमाने में लगे हैं। जगह-जगह खाली जमीन पर कब्जा कर घर तैयार किया जा रहा है। विभिन्न प्रकार के अवैध धंधे एवं असामाजिक गतिविधियों में भी उनकी संलिप्तता बढ़ रही है जिससे जिले में आंतरिक सुरक्षा को गंभीह खतरा हो सकता है। ऐसे लोगों की शीघ्र पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर विश्व हिन्दू परिषद के धर्म प्रसार विभाग प्रमुख शांतनु कुसुम ने सुंदरगढ़ एएसपी से मुलाकात की और ज्ञापन भी सौंपा।
शांतनु कुसुम के साथ गए प्रतिनिधि मंडल ने एएसपी रविनारायण बारिक को बताया कि जिले में घुसपैठियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। सुंदरगढ़ नगरपालिका क्षेत्र में ही इनकी संख्या दो सौ से अधिक हो गयी है। सदर ब्लाक क्षेत्र में 60, लेफ्रीपाड़ा में सौ, हेमगिर में तीन सौ, बालीशंकारा में 80, सबडेगा में सौ, बड़गांव में 50, कुतरा में 150, राजगांगपुर में दो सौ, कुआरमुंडा में सौ, नुआगांव में 70 से अधिक बांग्लादेशी बस गए हैं। राजगांगपुर नगरपालिका क्षेत्र में ढाई सौ, बीरमित्रपुर में तीन सौ, से अधिक बांग्लादेशी निवास कर रहे हैं। कम मजदूरी में काम करने के कारण बांग्लादेशी विभिन्न निर्माण कार्य में नियोजित हैं। जिससे स्थानीय लोगों को काम नहीं मिल पा रहा है। दिन के समय मजदूर तथा रात के समय वे आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। स्थानीय हिन्दू आदिवासी बहु बेटियों पर उनकी बुरी नजर रहती है। उन्हें अपनाकर वे यहां स्थायी रूप से बसना चाह रहे हैं। इनके कारण जिले में आंतरिक सुरक्षा को भी खतरा है। अन्य लोगों में नेहरु पटनायक, अनिल चौधरी, राजेंद्र सिंह व शक्ति बेहरा समेत अन्य शामिल थे।