भीषण गर्मी का प्रकोप जारी: दहक रही धरती, आग बरसा रहा आसमां
Hot weather in Odisha ओडिशा में गर्मी का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है जिससे जनजीवन पूरी तरह अस्तव्यस्त हो गया है।
राउरकेला, जेएनएन। ग्रीष्मप्रवाह की चपेट में पश्चिम ओडिशा भीषण गर्मी से तपते- झुलसते पश्चिम ओडिशा के लोगों को अगले तीन दिनों तक राहत की कोई उम्मीद नहीं। मौसम विभाग की मानें तो पहली मई तक पश्चिम ओडिशा के टिटिलागढ़ समेत बलांगीर, बरगढ़, सोनपुर, संबलपुर, झारसुगुड़ा जैसे जिलों में गर्मी से लोगों का बुरा हाल जारी रहेगा।
चक्रवात ‘फनी’ के आंध्रप्रदेश पहुंचने के बाद दक्षिण ओडिशा और पूर्वी ओडिशा में बारिश की संभावना है। इसके बाद ही गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकेगी। पिछले चार दिनों से बंलागीर जिला के टिटिलागढ़ में लगातार बढ़ते तापमान को देखते हुए मौसम विभाग ने इसके आसपास के जिलों के लिए ग्रीष्मप्रवाह का अलर्ट जारी कर लोगों को भरी दोपहरी में कहीं बाहर नहीं निकलने और निकलना जरुरी हो तो पूरी एहतियात बरतने की सलाह दी है। हालत यह है अभी से ही बहुत जरूरी काम पड़ने पर ही लोग घरों से बाहर निकल रहे है। सबसे बड़ी परेशानी दिहाड़ी मजदूरों और उनकी तरह रोज कमाने और रोटी का इंतजाम करने वालों को हो रही है।
बताया गया है कि पिछले कुछ दिनों से पछुआ हवा की वजह से पश्चिम ओडिशा के कई जिलों में तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है। ऐसे में अब चक्रवात ‘फनी’ के आंशिक प्रभाव के बाद ही 2 मई से तापमान में थोड़ी गिरावट संभव है। फिरलहाल अभी इस पर कोई गारंटी भी नहीं है कि इससे यहां के लोगों को राहत मिलेगी ही।
गौरतलब है कि पश्चिम ओडिशा के प्राण केंद्र संबलपुर में भी तापमान दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। शनिवार को यहां का अधिकतम तापमान 42.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। रविवार को भी तापमान का यही हाल रहा। सुबह 9 बजे से ही धूप चिलचिलाने लगी और छुट्टी का दिन होने के बावजूद लोग बेवजह घरों से बाहर निकलने में कतराते दिखे। एक तरफ आसमान से बरसती आग और दूसरी तरफ लो वोल्टेज की वजह से शहर के लोगों को दिन भर परेशान होना पड़ा। बताया जा रहा है कि बिजली चोरी कर घरों में एयर कंडीशनर्स और कूलर चलने वालों की वजह से ऐसा हो रहा है। बिजली चोरी का खामियाजा आम उपभोक्ताओं को चुकाना पड़ रहा है। जबकि बिजली विभाग इस ओर आंखें मूंदे बैठा है।
शहर में गर्मी का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। रविवार को भी भीषण गर्मी महसूस की गई। सूर्य के तेज का आलम यह रहा कि बदन झुलस जाने का अहसास हुआ। कड़ी धूप के साथ गर्म हवा के थपेड़ों से ऐसा लग रहा था कि मानो धरती दहक रही हो और आसमां आग बरसा रहा हो। इससे शहर में जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है।
शहर में काल बैशाखी के प्रभाव से बारिश होने के बाद दो-चार दिनों के लिए गर्मी से राहत मिली थी। लेकिन विगत एक सप्ताह से गर्मी का तापमान लगातार बढ़ने से गर्मी का प्रकोप भी बढ़ता जा रहा है। जिसमें गर्मी का पारा 40 डिग्री से पार होने के बाद शनिवार को 44 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा। रविवार को शनिवार से भी कुछ ज्यादा ही गर्मी महसूस हुई। शहर में गर्मी ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू करने से यहां की सड़कें भी सुनसान होने लगी है। गर्मी का आलम यह है कि आसमां से सूरज निकलने के चंद घंटों के बाद ही कड़ी धूप शुरू हो जाती है।
कड़ी धूप के साथ दिन भर गर्म हवा के थपेड़े भी चलते रहते है। वहीं शाम के समय सूरज ढलने के बाद भी गर्मी की तपिश शाम के आठ बजे तक महसूस की जा रही है। भीषण गर्मी में अपने-आप को बचाने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय करने के बाद घर से बाहर निकलना पसंद कर रहे है। वहीं इस झुलसा देने वाली गर्मी से राहत पाने तथा अपना सूखा गला तर करने के लिये लस्सी स्टाल, गन्ना रस स्टाल, नींबू पानी स्टाल, कोल्र्ड ड्रिंक की दुकान आदि स्थानों पर लोगों की भीड़ देखी जा रही है।