प्रभु यीशु के संदेशों को अपनाएं : बिशप डिसूजा
राउरकेला के हमीरपुर स्थित कैथोलिक चर्च के सौ साल पूरे ह
जागरण संवाददाता, राउरकेला : राउरकेला के हमीरपुर स्थित कैथोलिक चर्च के सौ साल पूरे होने पर चर्च परिसर में दो दिवसीय समारोह का आयोजन किया गया। पहले दिन मुख्य अतिथि कोलकाता धर्म प्रांत के आर्क बिशप थोमस डिसूजा उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि धरती पर प्रेम एवं भाईचारा का संदेश देने के लिए प्रभु यीशु ने अवतार लिया था। शांति के उनके बताए मार्ग पर चलने एवं जीवन में उनके आदर्शो का अनुसरण करने की जरूरत है।
दो दिवसीय समारोह के आरंभ में विभिन्न क्षेत्रों से आए पुरोहितों ने शतवार्षिकी गेट का लोकार्पण किया। हमीरपुर चर्च के फादर प्लोरेंस ने चर्च के इतिहास पर प्रकाश डाला और कहा कि मिशन के प्रतिनिधि कोलकाता से रांची पहुंचे और रांची के पुरोहित 1918 में राउरकेला पहुंचे और हमीरपुर में छोटे चर्च की स्थापना कर सेवा आरंभ की। अब यह धर्म प्रांत मुख्यालय में तब्दील हो चुका है। इसके अधीन 43 बड़े गिरजाघर तथा ढाई सौ से अधिक छोटे चर्च हैं। इसे यादगार बनाने के लिए चर्च कमेटी की ओर से धर्म प्रांत मुख्यालय में शतवार्षिकी समारोह बड़े धूमधाम से मनाने का निर्णय लिया। इसी कड़ी में शनिवार को शतवार्षिक द्वार का लोकार्पण किया गया। इस मौके पर हमीरपुर चर्च में सेवा व अपने जीवन को समर्पित करने वाले पुरोहितों को याद किया गया। समारोह में राउरकेला धर्म प्रांत के आर्क बिशप किशोर कुमार कुजूर, सेवानिवृत बिशप अल्फांस बिलुंग के अलावा धर्म प्रांत से जुड़े पुरोहित एवं प्रतिनिधि शामिल हुए। इस मौके पर प्रार्थना के साथ-साथ धार्मिक कार्यक्रमों का भी आयोजन हुआ। दोपहर दो बजे से रात आठ बजे तक कार्यक्रम चला। मुख्य समारोह रविवार को होगा। इसमें रांची धर्मप्रांत के आर्क बिशप फेलिक्स टोप्पो, छत्तीसगढ़ स्थित जशपुर धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष इमानुएल केरकेटा आमंत्रित हैं।