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गणेशोत्सव: पंडालों में विराजेंगे विघ्नहर्ता भगवान गणेश

गणेशोत्सव की तैयारी पूरी हो चुकी है गुरुवार को विघ्नहर्ता भगवान गणेशपंडालों में विराजमान होंगे।

By BabitaEdited By: Published: Thu, 13 Sep 2018 08:27 AM (IST)Updated: Thu, 13 Sep 2018 08:27 AM (IST)
गणेशोत्सव: पंडालों में विराजेंगे विघ्नहर्ता भगवान गणेश

राउरकेला, जेएनएन। इस्पात नगरी राउरकेला समेत आसपास के अंचलों में गणेशोत्सव की तैयारी पूरी हो चुकी है। गुरुवार को विघ्नहर्ता भगवान गणेश शहर के पंडालों में विराजमान होंगे। इसके लिए पूजा कमेटियों की ओर से विविध प्रकार की भव्य पंडाल बनाया गया है। पंडालों के अंतिम रूप देने के लिए कारीगर दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। पूजा कमेटी की ओर से कहीं बाहुबली का महिस्मति भवन तो कहीं पुरी का जगन्नाथ मंदिर का रत्न भंडार की झांकी बनाई गई है।

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शहर के पावर हाउस रोड में पूजा कमेटी की ओर से नाव का पंडाल, लाल बिल्डिंग गणेश पूजा कमेटी की ओर से इंडिया गेट, सिविल टाउनशिप में पूजा कमेटी की ओर से निको पार्क के माडल का पंडाल आकर्षण का केंद्र होगा। जगदा में सत्यनारायण वेल्फेयर कमेटी से जुड़े केदार कुमार प्रियदर्शनी ने बताया कि यहां पिछले पांच वर्ष से पूजा की जा रही है। 

 

इस बार पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार का पंडाल बनाया गया है, वहीं भगवान गणेश की भव्य मूर्ति बनवाई गई है। इस बार भगवान गणेश की प्रतिमा आठ हाथियों के सूंड़ के बीच विराजमान रहेंगे। इसके अलावा शहर के सेक्टर इलाके सहित विभिन्न इलाकों में पूजा कमेटियों की ओर से भव्य व आकर्षक पंडाल बनाया गया है। 

विभिन्न इलाकों में लगा मेला

शहर के विभिन्न इलाकों में पूजा कमेटी की ओर से मेला लगाया गया है। शहर के पावर हाउस रोड, जगदा में पिछले तीन सालों में भव्य मेला लगाया जा रहा है। यहां सात दिनों तक मेला लगता है। इस दौरान पूजा कमेटी की ओर से हर दिन बच्चों के लिए विविध प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। इसके अलावा बांसती कॉलोनी पूजा कमेटी, छेंड स्थित पूजा कमेटी की ओर से मेला लगाया गया है।

मुख्य मार्ग बिजली के झालरों से पटा 

गणेशोत्सव को लेकर शहर के मुख्यमार्ग के सड़क के दोनों तरफ आकर्षक बिजली के झालरों से पाट दिया गया है। सड़कों पर बिजली की सजावाट का काम पिछले कई दिनों से गणेश पूजा कमेटी के कार्यकर्ताओं द्वारा की जा रही थी।

सीमेंटनगरी में गणेशोत्सव की अलग ही शान

देश की आर्थिक राजधानी मुंबई की तर्ज पर गणेशोत्वस मनाने के लिए प्रसिद्ध सीमेंटनगरी राजगांगपुर में सभी तैयारी पूरी हो चुकी है। पंडाल व प्रतिमा निर्माण कार्य अंतिम चरण पर है। इस उत्सव को शहर के लोगों में उत्साह का माहौल देखा जा रहा है। 13 सितंबर से शुरू गणेशोत्सव सात दिन तक चलेगा। जिसके बाद 20 सितंबर को गणेश प्रतिमा का विसर्जन होगा।

 

72 साल पुराना है सीमेंटनगरी में गणेशोत्सव का इतिहास

सीमेंटनगरी राजगांगपुर में गणेशोत्सव का इतिहास 72 साल पुराना है। जिसमें राजगांगपुर की सार्वजनिक गणेश पूजा कमेटी सबसे पुरानी पूजा कमेटी है। देश की आजादी से एक वर्ष पूर्व सन 1946 में यहां पहली

बार गणेश चतुर्थी पर गणेश पूजा की गई थी। जिसमें पन्नालाल अग्रवाल, केदार अग्रवाल व नथमल अग्रवाल ने इसकी शुरुआत की थी। इस दौरान कम्युनिटी सेंटर में मिट्टी से बने पंडाल में पूजा होती

थी। 1956 में यहां पक्का पंडाल बनाने के बाद सार्वजनिक पूजा कमेटी के नाम से पूजा होने लगी। यहां पर 50 साल पूरे होने पर सन 1996 में स्वर्ण जयंती धूमधाम से मनी थी

 

पांच से 25 लाख तक होता है पूजा का बजट

वर्तमान समय में शहर में 100 से भी ज्यादा छोटे बड़े पंडालों का निर्माण कर विघ्नहर्ता की पूजा होती है।

पूजा का बजट पांच लाख रुपये से लेकर 25 लाख रुपये तक होता है। खासकर आकर्षक पूजा पंडाल

तथा तोरणद्वार बनाने को लेकर पूजा कमेटियों में होड़ लगी रहती है। बिजली की सजावट से सीमेंटनगरी पूरी तरह से दुल्हन के रूप में सज जाती है। 

इमरती-पेड़े खाओ, गणपति के गुण गाओ

यहां के गणेशोत्सव की एक विशेषता यहां के प्रसाद की भी है। जिसमें गणेशोत्सव के दौरा पूजा कमेटियों द्वारा विभिन्न सुस्वादु व्यंजनों के साथ फास्ट फूड का भी प्रसाद भगवान को चढ़ाने और वितरण करने की परंपरा है। भक्तों को अलग-अलग दिनों में जलेबी, इमरती, पेड़े, खीर, पूड़ी, संदेश, आलूचाप, समोसे, चाउमिन, मंचूरियन, कचौड़ी व इडली-डोसा समेत व्यंजन रूपी प्रसाद वितरण होता है।

विसर्जन जुलूस है गणेशोत्सव की शान

राजगांगपुर में गणेशोत्सव की शान है यहां का विसर्जन जुलूस। यह देखने के लायक होता है। पूजा

कमेटियों की ओर से बैंड बाजा, करतब तथा प्रसाद का वितरण किया जाता है। रास्ते में जगह - जगह

सेवा शिविर भी लगाकर भक्तों में प्रसाद का वितरण किया जाता है।

ढोल-नगाड़े संग पंडाल पहुंचे भगवान श्री गणे

गणेशोत्सव को लेकर बुधवार की देर शाम तक भक्तों ने भगवान गणेश की प्रतिमाओं को ढोल-नगाड़े के साथ पंडाल लेकर पहुंचे। गौरतलब है कि राउरकेला-बंडामुंडा मार्ग स्थित फटा पाइप, उदितनगर, प्लांट साइट में भगवान श्री गणेश की प्रतिमा को बनायी जाती है। पूजा कमेटी के कार्यकर्ताओं द्वारा अपनी मनपसंद प्रतिमा बनाने के लिए यहां आर्डर दिए थे। बुधवार को सुबह से ही इन तीनों स्थानों से भक्त गणेश प्रतिमाओं को लाने ढोल-नगाड़े के साथ पहुंचे। 

 

सिविल टाउनशिप में गणेशोत्सव अहम 

इस वर्ष भी श्री श्री गणेश पूजा समिति, सिविल टाउनशिप धूमधाम से गणेश पूजा मना रही है। यह पूजा, रेसीडेंट एसोसिएशन कल्याण मंडप, सिविल टाउनशिप में होती है, जो भक्तों में आकर्षण का केंद्र है। इस बार समिति ने पर्यावरण रक्षा पर जन जागृति के उद्देश्य से सूरजमुखी ईको फ्रेंडली पार्क बनाया हैं। पंडाल का निर्माण बांस और हुगला पत्तों से किया गया है। 15 लाख के बजट की इस पूजा में इस वर्ष लाइट सज्जा

चंदन नगर, पश्चिम बंगाल से की गई है। विगत 32 वर्षों से हो रही इस पूजा के लिए पूजा समिति चंदा इकट्ठा नहीं करती। पूजा को सफल बनाने में अध्यक्ष विकास शर्मा, सचिव संजीत सिंह, मनीष जैन, मनीष अग्रवाल, अभिषेक अग्रवाल, राजू खंडेलवाल, विक्की चौधरी, अमित गुप्ता (बिट्टू), मनोज अग्रवाल सहित अन्य सदस्यों का विशेष योगदान रहता है।


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