वनवासियों की शिक्षा के लिए जन सेवा संस्थान प्रतिबद्ध : गुजराती
भारतीय जन सेवा संस्थान की ओर से सुंदरगढ़ एवं संबलपुर जिले के वनवासी क्षेत्रों में शिक्षा के विकास के लिए तीन शिशु विद्या मंदिरों का लोकार्पण किया गया।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : भारतीय जन सेवा संस्थान की ओर से सुंदरगढ़ एवं संबलपुर जिले के वनवासी क्षेत्रों में शिक्षा के विकास के लिए तीन शिशु विद्या मंदिरों का लोकार्पण किया गया। मुख्य अतिथि संस्थान के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मनोहरदास गुजराती ने कहा कि हम वनवासियों की शिक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं और इसके लिए प्रयास जारी रहेगा। बुधवार को राजगांगपुर के गरियामुंडा, बामड़ा ब्लाक के बुरुबेड़ा व डुंगाजोर गांव में हवन व यज्ञ के साथ स्कूलों का लोकार्पण हुआ। इस मौके पर मनोहर दास गुजराती ने संगठन के लक्ष्यों पर प्रकाश डालते हुए धर्मांतरण रोकने के लिए शिक्षा को आवश्यक बताया। साथ ही धाíमक एवं आध्यात्मिक शिक्षा को बढ़ावा देने वनवासी क्षेत्र में काम करने तथा शिशु शिक्षा को इसके लिए जरूरी बताया। मुख्य वक्ता विश्व हिदू परिषद के राष्ट्रीय सचिव युगल किशोर ने हिदू समाज एवं संस्कृति पर आ रहे संकट का जिक्र करते हुए इसके प्रति संवेदनशील होने व तनमन धन से काम करने का आह्वान किया। टीवीओ ग्रुप दिल्ली की माधूरी सिंह, विहिप के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव अच्युतानंद कर, प्रांतीय कोषाध्यक्ष कमल अग्रवाल, पश्चिम ओडिशा धर्म प्रसार विभाग सचिव शांतनु कुसुम, जन सेवा संस्थान के प्रांतीय अध्यक्ष अशोक साकुनिया, दिलीप कुमार मेहेर, विश्वंभरनाथ मिश्र, युगल किशोर महांती समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।