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कुआरमुंडा के चार गांवों में पूरी रात गजराजों ने मचाया उत्पात

खलिहान में हाथियों के आने पर दोनों बैल समझ कर वे खदेडऩे के लिए निकले पर हाथियों पर नजर पड़ते ही जान बचाकर वे भाग निकले।

By Babita KashyapEdited By: Published: Wed, 13 Dec 2017 03:29 PM (IST)Updated: Wed, 13 Dec 2017 03:29 PM (IST)
कुआरमुंडा के चार गांवों में पूरी रात गजराजों ने मचाया उत्पात
कुआरमुंडा के चार गांवों में पूरी रात गजराजों ने मचाया उत्पात

राउरकेला, जागरण संवाददाता। कुआरमुंडा प्रखंड के अंधारी पंचायत के चार गांवों में 17 हाथियों केझुंड ने जमकर उत्पात मचाया। रविवार की रात को चार घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया, वहीं खेत- खलिहान में रखी फसल को भी रौंद डाला। ग्रामीणों के साथ वन विभाग की टीम भी हाथियों पर नजर रख रही है। 

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हाथियों का झुंड रविवार की शाम को रायबोगा अंबाडांड के पास जंगल में था। रात करीब साढ़े नौ बजे झुंड ब्राह्मणमारा अंधारी की ओर रुख किया। गोलछापर में दु:खु बघुवार के खलिहान में धान खाने के बाद वे अंधारी की ओर बढ़े। यहां फुलजेम्स टेटे के घर को ढहाकर चावल एवं धान चट कर गए। गांव के ततूस टेटे के घर को भी हाथियों ने तोड़ दिया एवं अनाज खा गए। यहां से कुछ दूरी पर स्थित सीतामणि तिर्की के घर के एक कमरे को तोड़ दिया।

उसी कमरे में चार दिन के बच्चे के साथ उसकी पत्नी व सास पायरी केरकेटा सो रही थी। दीवार गिरने से पायरी के सिर में चोट लगी है। हाथियों ने छठियारी के लिए रखा चावल व दाल खाने के बाद उसकी साइकिल भी कुचल दिया। इसके बाद हाथी बीरमित्रपुर के नौ नंबर वार्ड स्थित ब्राह्मणमारा केन्दुटोली गये जहां छोटू नाग एवं उसके बड़े भाई पटलू नाग खलिहान में सो रहे थे। खलिहान में हाथियों के आने पर दोनों बैल समझ कर वे खदेडऩे के लिए निकले पर हाथियों पर नजर पड़ते ही जान बचाकर वे भाग निकले।

गांव में आये हाथियों के झुंड के समाने किसी के नहीं आने से उनकी जान बच गई। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम वहां पहुंची और उन पर नजर रख रही है। शाम को हाथी ब्राह्मणमारा के पास टोंगरी में थे जिन्हें खदेडऩे का प्रयास किया जा रहा था। लेकिन सफलता नहीं मिल सकी थी। 

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