तमिलनाडु में बंदी बनाए गए जिले के आठ श्रमिक
तमिलनाडु के कृष्णा जिले के पुष्पगिरी में बंधक बनाए गए सुंदरग
जागरण संवाददाता, राउरकेला : तमिलनाडु के कृष्णा जिले के पुष्पगिरी में बंधक बनाए गए सुंदरगढ़ जिले के 11 श्रमिकों में से तीन भाग कर आ गए, जबकि आठ श्रमिक अब भी बंधक हैं। श्रमिक एवं उनके परिवार के सदस्यों ने सोमवार को श्रम कार्यालय पहुंचकर उन्हें मुक्त करने की गुहार लगाई। सुंदरगढ़ शिल्पांचल श्रमिक सभा की ओर से विभाग से शीघ्र पहल करने की मांग की गई है। सुंदरगढ़ शिल्पांचल श्रमिक सभा के महासचिव दिगंबर महंती ने बताया कि राज्य में काम का अभाव होने के कारण बिसरा ब्लाक के ¨चगझरन गांव निवासी रथू लोहार, दीना लोहार, राजन महतो, अलोक बड़ाइक, राजू लोहार, रथू लोहार, मूना लोहार, बिरसा लोहार, जेवियर लोहार, जगनारायण बड़ाइक, बालीचरण बड़ाइक धनबाद के दलाल अशोक कुमार के जरिए काम की तलाश में तमिलनाडु के कृष्णा जिले के पुष्पगिरी गए थे। जहां उन्हें बोतलबंद पानी फैक्ट्री में मासिक 12 हजार रुपये वेतन तथा दो घंटे ओवरटाइम करने पर 15 हजार रुपये देने की बात कही गई थी। वहां उनसे नौ हजार रुपये देने की बात कही गई एवं दैनिक 16 घंटे तक काम लिया जा रहा था। विरोध करने पर उनके साथ मारपीट की जाती थी एवं भोजन भी नहीं दिया जाता था। रथु लोहार, बिरसा लोहार व मुना लोहार किसी तरह वहां से भाग कर घर लौट आए। सोमवार को सभी लोग श्रम अधिकारी के कार्यालय में पहुंचकर बंधक बनाए गए आठ श्रमिकों को मुक्त कराने की गुहार लगाई।