दिव्यांगों को कमतर न समझें: एडीएम
भुवनेश्वर के स्वाभिमान, राउरकेला एनआइटी तथा श्रद्धा की सहभागित
जागरण संवाददाता, राउरकेला: भुवनेश्वर के स्वाभिमान, राउरकेला एनआइटी तथा श्रद्धा की सहभागिता में दिव्यांग छात्र-छात्राओं को नेतृत्व एवं सशक्तिकरण प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया है। एनआइटी के सिनेट हाल में बुधवार से शुरू यह शिविर तीन दिनों तक चलेगा। इस शिविर का उद्घाटन राउरकेला की एडीएम मोनिषा बनर्जी ने किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में दिव्यांगों को कमजोर व कमतर समझना उचित नहीं है। दिव्यांगों ने अपनी इच्छा शक्ति व प्रयास से सफलता की शिखर को भी छुआ है। उन्होंने अपनी आइएएस ट्रे¨नग में भी दो ²ष्टिहीन प्रशिक्षुओं की निष्ठा व लगन से सफलता हासिल करने की जानकारी भी प्रदान की। जिस कारण दिव्यांगों में किसी प्रकार की हताशा नहीं होनी चाहिए। लेकिन इनकी सामाजिक व संवैधानिक अधिकारों का हनन न हो, इसका भी ध्यान रखना जरूरी है।
इस मौके पर एनआइटी के निदेशक प्रो. अनिमेष विश्वास ने कहा कि हमें दिव्यांगों के अधिकार व नियमो के बारे में इतनी जानकारी नहीं थी। लेकिन वर्ष 2016 में दिव्यांग अधिकार व कानून आने के बाद इसका पता चला। जिससे संस्थान में दिव्यांगो को यातायात से लेकर शिक्षा ग्रहण करने के मामले में पूरी मदद की जा रही है। एनआइटी के मानविकता व सामाजिक विज्ञान के प्रोफेसर डा. आरके विश्वाल ने यह शिविर आयोजित करने के उद्देश्य पर जानकारी प्रदान की। श्रद्धा के सचिव कार्तिक पांडव ने स्वागत भाषण देने समेत अतिथियों का परिचय प्रदान किया। स्वाभिमान के प्रोजेक्ट आफिसर ज्योति प्रसन्न पटनायक ने भी विचार रखे। इस शिविर में पश्चिम ओडिशा के दस जिलों के 30 से भी ज्यादा विद्यार्थी शामिल रहे। इस शिविर का संचालन करने में संयोजक तापस कुमार जेना, श्रद्धा के अंजली महाराणा, जीतेंद्र महाकुड़, सुकुमार पांडव की ओर सहयोग किया जा रहा है।