डिप्लोमा इंजीनियरों का बिरसा चौक पर धरना
डिप्लोमा इंजीनियरों को जूनियर इंजीनियर का पदनाम देने की सरकार की घोषणा के बावजूद सेल के विभिन्न संयंत्रों में कार्यरत इंजीनियरों के पदनाम में बदलाव नहीं किया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : डिप्लोमा इंजीनियरों को जूनियर इंजीनियर का पदनाम देने की सरकार की घोषणा के बावजूद सेल के विभिन्न संयंत्रों में कार्यरत इंजीनियरों के पदनाम में बदलाव नहीं किया जा रहा है। अपनी मांगो को लेकर डिप्लोमा इंजीनियर एसोसिएशन राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी), डियर एवं डिप्लोमा इंजीनियर्स फेडरेशन ऑफ इस्पात (डेफी) की ओर से बिरसा चौक पर धरना दिया गया।
डेफी के महासचिव नरेद्र दास तथा डियर के कार्यकारी अध्यक्ष रश्मि दास की अगुवाई में शुक्रवार की सुबह से बिरसा चौक पर धरना शुरू किया गया है। उन्होंने बताया कि सेल में डिप्लोमा इंजीनियरों के साथ अन्याय हो रहा है। सेल के संयंत्रों में डिप्लोमा इंजीनियरों को जूनियर इंजीनियर का पद न देकर उन्हें टेक्नीशियन का पद दिया गया है और सीनियर टेक्नीशियन तक पहुंचकर सेवानिवृत्त हो रहे हैं। सेल प्रबंधन की ओर से 2008 में डिप्लोमा इंजीनियरों को 12 साल के पद अवनति की गयी तथा एस-6 के बजाय एस-3 ग्रेड में बहाली की गयी। विभिन्न यूनियनों की ओर से चुनाव के दौरान भरोसा दिया गया पर समस्या का समाधान नहीं हो सका। बार बार प्रबंधन से अनुरोध के बावजूद समस्या का समाधान नहीं होने के कारण डियर व डेफी की ओर से आंदोलन का निर्णय लिया गया। शुक्रवार को धरना में उपाध्यक्ष देवी प्रसन्न साहू, संगठन सचिव भीमसेन नायक, मिहिर महापात्र, अशोक साहू आदि लोगों ने इसमें विचार रखे। बड़ी संख्या में सदस्यों ने सुबह कतार बनाकर प्रदर्शन किया।