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राउरकेला को जिला बनाने का प्रस्ताव नहीं

राउरकेला को अलग जिला बनाने की फिलहाल राज्य सरकार के पास

By JagranEdited By: Published: Sat, 15 Sep 2018 06:23 PM (IST)Updated: Sat, 15 Sep 2018 06:23 PM (IST)
राउरकेला को जिला बनाने का प्रस्ताव नहीं
राउरकेला को जिला बनाने का प्रस्ताव नहीं

जागरण संवाददाता, राउरकेला: राउरकेला को अलग जिला बनाने की फिलहाल राज्य सरकार के पास कई योजना या प्रस्ताव नहीं है। विधायक दिलीप राय के पूछे गए सवाल के जवाब में राज्य सरकार ने यह जवाब दिया है। राउरकेला अलग जिला बनाने की मांग काफी पुरानी है और इसकी ठोस वजहें भी मौजूद है। इसके बावजूद सरकार इसमें कोई खास दिलचस्पी नहीं ले रही है।

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राउरकेला, सुंदरगढ़ जिला में आता है और भौगोलिक रूप से यह जिला काफी जटिल है। पहाड़, जंगल से घिरे इस जिले में कुल सत्रह प्रखंड है। राउरकेला इस जिले का सबसे बड़ा शहर और महानगर निगम है। यहां की पांच लाख से अधिक आबादी को सुंदरगढ़ जिला मुख्यालय पहुंचने के लिए 110 किमी जाना पड़ता है। नतीजतन उन्हें ढेरों परेशानी होती है।

ढाई दशक पहले पूर्व मुख्यमंत्री बीजू पटनायक एवं तत्कालीन राजस्व मंत्री सुरेंद्रनाथ नायक ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए ओडिशा में जिलों की संख्या 13 से बढ़ाकर 30 की थी। तब से ही राउरकेला को अलग जिला बनाने की मांग की जा रही है। राउरकेला के विधायक दिलीप राय ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से राज्य में और तीन जिलों के गठन करने की मांग की है।

उन्होंने कहा है कि जिला गठन के समय सुंदरगढ़, मयूरभंज एवं क्योंझर जिले का विभाजन नहीं किया गया था। तब पुरी को तीन, कटक को चार और संबलपुर को चार भाग में बांट कर नया जिला बनाया गया था। 1995 में सत्ता में आने पर राज्य में नए जिलों का गठन हो सकता था पर तब बीजू पटनायक सत्ता में नहीं आ सके।

विधायक दिलीप राय के द्वारा विधानसभा में पूछे गए सवाल पर राजस्व महंती महेश्वर महंती ने कहा कि राउरकेला को विशेष जिला एवं क्योंझर व मयूरभंज जिले के विभाजन का वर्तमान में कोई प्रस्ताव नहीं है। इस संबंध में विधायक दिलीप राय ने कहा कि राउरकेला को पुलिस जिला बनाया गया है। राउरकेला में ही अतिरिक्त जिलापाल का कार्यालय भी है। इस्पात नगरी राउरकेला में जिला मुख्यालय बनाने के लिए सभी प्रकार की सुविधा व संसाधन मौजूद हैं। राउरकेला क्षेत्र के जन प्रतिनिधि भी इसे लेकर एकमत हैं। सुंदरगढ़ जिला प्राकृतिक संसाधन से भरापूरा होने के बावजूद अन्य जिलों की तरह पिछड़ा है। ग्रामीण क्षेत्र के सभी लोगों तक विकास योजना का लाभ नहीं पहुंच पा रहा है। ऐसे में राउरकेला को विशेष जिला का दर्जा देने व विकास को गति देने की मांग विधायक दिलीप राय की ओर से की गयी है।

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सात विधानसभा क्षेत्र, तीन अनुमंडल व सत्रह प्रखंड हैं जिले में: जिले में कुल सात विधानसभा क्षेत्र हैं। इनमें राउरकेला, बीरमित्रपुर, राजगांगपुर, रघुनाथपल्ली, सुंदरगढ़, तलसरा व बणई है। वहीं तीन अनुमंडल पानपोष, बणई व सुंदरगढ़ तथा सत्रह प्रखंड क्रमश: कुआरमुंडा, बिसरा, नुआगां, राजगांगपुर, सुंदरगढ़ सदर, बालिशंकरा, हेमगिर, लाठीकटा, कोइडा, सबडेगा, लेफ्रीपाड़ा, लोहनीपाड़ा, कुतरा, बड़गां, बणई, गुरुंडिया, टांगरपल्ली शामिल हैं।

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अलग राउरकेला जिला वक्त की जरूरत है। विशेष जिला बनाने की स्थिति में राउरकेला का विकास तेजी से होगा। सुंदरगढ़ को भी इससे लाभ मिलेगा। राउरकेला से सुंदरगढ़ की 110 किमी दूरी लोगों की परेशानी का सबब भी है।

- दिलीप राय, विधायक, राउरकेला


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