श्रीमंदिर प्रबंधन पर कठोर कार्रवाई हो : विहिप
पुरी में जगन्नाथ महाप्रभु को 14 घंटे तक भूखा-प्यास रखने एवं भक्तों को महाप्रभु का दर्शन करने से वंचित करने पर विहिप ने नाराजगी जाहिर की है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : पुरी में जगन्नाथ महाप्रभु को 14 घंटे तक भूखा-प्यास रखने एवं भक्तों को दर्शन से वंचित रखे जाने पर विश्व ¨हदू परिषद धर्म प्रसार विभाग ने नाराजगी जतायी है। विभाग के प्रदेश सचिव शांतनु कुसुम ने प्रतिनिधियों के साथ एसडीपीओ के जरिए मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित कर घटना की उच्च स्तरीय जांच करने तथा श्रीमंदिर की रीति नीति का उल्लंघन करने वाले सेवायतों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने की मांग की है। मुख्यमंत्री को प्रेषित ज्ञापन में कहा गया है कि स्वाधीन भारत के संविधान में धार्मिक स्वतंत्रता को भी मौलिक अधिकार के रूप में शामिल किया गया है। देश-दुनिया के लोगों में बसने वाले प्रभु जगन्नाथ को शुक्रवार को 14 घंटे तक भूखा-प्यास रखा गया तथा भक्तों को दर्शन से भी रोका गया। यह धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन है तथा भगवान के साथ भी उत्पीड़न जैसा है। इतना ही नहीं इससे श्रीमंदिर की महान परंपरा भी कलंकित हुई है। लाखों भक्तों की भावना का सम्मान करते हुए श्रीमंदिर प्रबंधन से जुड़े सेवायतों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। एसडीपीओ अवकाश राउतराय को ज्ञापन सौंपने वालों में विहिप के चूडामणि महंतो, जिला मातृ शक्ति प्रमुख जंबूवती नायक, हेमंत ओराम आदि लोग शामिल थे।