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एनआइटी में तीन साल में 31 स्टार्टअप का सृजन

राउरकेला स्थित राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान(एनआइटी) के पूर्व छात्रों के प्रयास तीन साल में 31 स्टार्टअप का सृजन किया गया है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 01 Jul 2020 02:02 AM (IST)Updated: Wed, 01 Jul 2020 06:18 AM (IST)
एनआइटी में तीन साल में 31 स्टार्टअप का सृजन
एनआइटी में तीन साल में 31 स्टार्टअप का सृजन

जागरण संवाददाता, राउरकेला : राउरकेला स्थित राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान(एनआइटी) के पूर्व छात्रों के प्रयास तीन साल में 31 स्टार्टअप का सृजन किया गया है। इससे संस्थान को नई पहचान मिली है। खासकर अनुसंधान क्षेत्र में एनआइटी ने नया कीर्तिमान बनाया है। संस्थान को मान्यता प्राप्त स्टार्टअप संस्था (इंक्यूवेशन सेंटर) की गरिमा भी मिलने वाली है। विद्यार्थियों को अनुसंधान एवं स्वावलंबन के लिए 2016 में फाउंडेशन फॉर टेक्नोलॉजी एंड बिजनेस इक्यूवेशन (एफटीबीआइ) की स्थापना की गई थी। इसका लक्ष्य विद्यार्थियों की सोच बदलने एवं प्रोत्साहन देने, अनुसंधान में सहयोग करने, अभिज्ञ प्रोफेसरों के द्वारा मार्ग दर्शन देने के साथ विचारों में परिवर्तन, अत्याधुनिक व्यवस्था तथा मुफ्त में अत्याधुनिक कार्यालय, निवेश सुविधा, मुफ्त में पानी व बिजली की सुविधा आदि के अनुकूल परिस्थिति मिली। एफटीबीआइ की ओर से 31 स्टार्ट अप का सृजन हुआ है। इसके अलावा 20 से अधिक स्टार्टअप पर शोध जारी है एवं शीघ्र ही इसे बाजार में उतारा जाएगा। इस स्टार्ट अप से आय भी शुरू हो गई है एवं वार्षिक 12 करोड़ रुपये से अधिक मिल रहे हैं। इसके करीब दो सौ लोगों को नियुक्ति भी मिली है। एफटीवीआइ को विभिन्न सरकारी संस्थानों से भी नियमित अनुदान भी प्राप्त हो रहा है। खुद एनआइटी की ओर से भी इसके लिए अनुदान मुहैया करा रहा है। मानव संसाधन विकास विभाग अंतर्गत विज्ञान एवं तकनीकी विभाग, राज्य सरकार के प्लानिग एंड इनवर्जेंस विभाग, भारत सरकार के स्टार्ट अप आऊ इंडिया, भारत सरकार के लघु उद्योग मंत्रालय, गैस अथॉरिटी आफ इंडिया लिमिटेड, एनआइटी राउरकेला सेंटर आफ एलुमिनी रिलेशन एंड रिसोर्स जेनरेशन, स्टार्ट अप ओडिशा की ओर से सहयोग मिल रहा है। एफटीबीआइ को राज्य व केंद्र सरकार से कई पुरस्कार भी मिले हैं। भारत सरकार के मानव संसाधन विभाग द्वारा मान्यताप्राप्त इंक्यूवेटर स्टार्टअप ओडिशा द्वारा नोडल आफ एजेंसी की मान्यता तथा इंक्यूवेटर की मान्यता मिली है। इसमें फिनिग्स रोबोटिक्स प्राइवेट लिमिटेड, फास्टेक फायनेंस प्राइवेट लिमिटेड, मिज केमिकल्स, क्लाविक्टर अकादमी, ट्रिनिज क्रायो टैक्नालॉजी, एस्टिनो एनर्जी, हास्त्रेम इंटरनेट सर्विसेस, एवाक इनोवेशन, श्रीनिवास लंचरुम, डोवेल सोल्यूशन, योरेव टेक्नोलॉजी, पॉली रिफ्रैक्ट्रीज, मरफेरी टेक्नोलॉजी, एनरारियम ऑनलाइन सर्विसेस, सी ग्रीन टेक्नोलॉजी आदि शामिल हैं। इन सभी कंपनियों का संचालन एनआइटी के छात्र एवं पूर्व छात्रों के द्वारा ही किया जा रहा है।

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