कोरोना जांच में आई कमी कहीं घातक न बन जाए
कोरोना का दूसरी लहर से सुंदरगढ़ जिला का राउरकेला शहर सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ था। एक समय ऐसा भी था कि रोजाना हजारों की लोगों की कोरोना जांच हुआ करती थी।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : कोरोना का दूसरी लहर से सुंदरगढ़ जिला का राउरकेला शहर सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ था। एक समय ऐसा भी था कि रोजाना हजारों की लोगों की कोरोना जांच हुआ करती थी। लेकिन यह अब सैकड़ों में सिमट कर रह गई है। जबकि कोरोना के नये वैरिएंट ओमिक्रोन के दस्तक देने के बाद जांच के प्रति लापरवाही शहरवासियों को भारी पड़ सकती है। इस बीच राउरकेला सरकारी अस्पताल (आरजीएच) में इलाज कराने आने वाले रोगियों की कोविड-19 जांच अब अनिवार्य कर दी गई है। रिपोर्ट आने के बाद चिकित्सक मरीजों का इलाज करने के साथ दवा, सलाह दे रहे हैं। आरजीएच समेत सभी ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्र और सामूहिक स्वास्थ्य केंद्रों में कोविड-19 की जांच को जारी रखा गया है। विदेशों से आने वाले यात्रियों पर जिला प्रशासन नजर रखने के साथ उनका कोविड़ जांच करा रही है। राज्य सरकार की ओर से इसके लिए गठित टीम विदेश से आने वाले लोगों और परिवार पर नजर रखने के साथ इनकी जांच करवा रहे है।
आरजीएच के अलावा नजदीकी केंद्रों में करा सकते है कोविड जांच : कोविड लक्षण का संदेह होने पर आरजीएच के साथ साथ अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में भी लोग जांच करा सकते है।
इस संबंध में राउरकेला सरकारी अस्पताल के मैनेजर मोहित कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि कोविड की तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए कोविड टेस्ट को और अधिक बढ़वा दिया गया है। इसके तहत सरकारी अस्पतालों के साथ साथ ग्रामांचल में स्थित सीएससी और पीएसची में भी इलाज कराने के लिए आने वाले लोगों का कोविड टेस्ट किया जा रहा है। कई लोग तीसरी लहर की सूचना पाकर स्वेच्छा से भी कोविड जांच कराने आ रहे है। आगामी दिनों में कोविड जांच और अधिक की जाएगी। राज्य सरकार व जिला प्रशासन के निर्देश के बाद जांच को तेज किया जाएगा।
250 परीक्षण में निकल रहे एक से दो रोगी : राउरकेला सरकारी अस्पताल में रोजाना 250 से 300 लोगों के साथ बच्चों का भी कोविड टेस्ट किया जा रहा है। कुछ दिन पूर्व तक कोरोना पीड़ितों की संख्या में कमी आई थी। फिर से कोविड जांच में बढ़ोतरी हो रही है। 1 से 2 लोग रोजाना संक्रमित मिल रहे हैं। अस्पताल के चिकित्सकों के निर्देशानुसार उन्हें घरों के साथ साथ अस्पताल में आइसोलेट किया जा रहा है। इनका सही तरीके से इलाज करने के साथ दवा भी मुफ्त में दिया जा रहा है। परिवार के सदस्यों को कोविड नियम का कड़ाई के पालन करने का अनुरोध किया जा हरा है।
ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों में 50 लोगों की हो रही रोजाना जांच : इसके अलावा ग्रामांचल के स्वास्थ्य केंद्रों और सामूहिक स्वास्थ्य केंद्रों में रोजाना 50 से 100 लोगों समेत बच्चों का कोविड परीक्षण किया जा रहा है। यहां सप्ताह से पंद्रह दिन में इक्का दुक्का लोग की संक्रमित निकल रहे है। इनको भी चिकित्सक के द्वारा दवा देने के साथ घर में 7 से 10 दिनों तक आइसोलेसन में रहने का निर्देश दिया जा रहा है। स्वस्थ होने पर इनकों भी नियम का कड़ाई से पालन करने का परामर्श दिया गया है। आगामी दिनों में कोविड परीक्षण और अधिक किए जाने की तैयारी है।