बणई अनुमंडल में पशु चिकित्सा व्यवस्था ध्वस्त
बणई अनुमंडाल में पशु चिकित्सा व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गइ
जागरण संवाददाता, राउरकेला : बणई अनुमंडाल में पशु चिकित्सा व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। अधिकारियों व कर्मचारियों की मनमानी के कारण गुरुंडिया व लहुणीपाड़ा ब्लाक में पशुओं की चिकित्सा की कोई सुविधा नहीं होने की शिकायत विहिप की ओर से जिला मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी से की गई और इसके समाधान का अनुरोध किया गया।
विहिप धर्म प्रसार विभाग के प्रांतीय सचिव शांतनु कुसुम के साथ प्रतिनिधियों ने जिला पशु चिकित्सा अधिकारी डा. प्रताप कुमार खमारी से मिलकर गुरुंडिया ब्लाक के पशु चिकित्सा अधिकारी डा. कल्पतरु स्वाई एवं भ्रमणशील पशु चिकित्सा सेवा के लिए नियोजित अतिरिक्त पशु चिकित्सक व अन्य चिकित्सकों के नियमित ड्यूटी पर नहीं आने की शिकायत की। इस कारण इलाके के पशु पालक टीकाकरण, रोगनाशक चारा, पशुओं की चिकित्सकीय जांच आदि सुविधा से वंचित हो रहे हैं। गुरुंडिया ब्लाक के 45 राजस्व गांव में 13 हजार से अधिक पशुधन हैं। इलाज के अभाव में तीन महीने के अंदर 268 की मौत हो चुकी है। फुलझर पंचायत के आठ राजस्व गांवों में 12 सौ से अधिक पशु हैं।
एक साल में करीब सौ से अधिक पशुओं की मौत बीमारी से हुई है। जनवरी महीने में फुलझर के भगवान टोला में बीमारी फैलने से 15 से अधिक बकरियों की जान गई। शांतनु कुसुम के साथ विहिप के जिला उपाध्यक्ष किशोर पटेल, नागरिक मंच की प्रणति बाग, बजरंगदल के अनिल चौधरी, प्रीतम भोई आदि लोग शामिल थे।