मुंबई हावड़ा मेल से कटकर चार कांवरियों की मौत
हावड़ा- मुंबई मेल की चपेट में आकर तीन कांवरियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि गंभीर रूप से घायल कांवरिये ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
जागरण संवाददाता, राउरकेला। पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ से प्रसिद्ध राउरकेला के घोघड़धाम में जलाभिषेक करने के आये कांवरियों का एक जत्था रविवार देर रात वेदव्यास रेलवे ब्रिज में मुंबई से हावड़ा आ रही मुंबई मेल की चपेट में आ गया। हादसे में तीन कांवरियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चौथे कांवरिये ने इलाज के दौरान राउरकेला सरकारी अस्पताल में दम तोड़ दिया। जत्थे में कुल सात सदस्य थे जिनमें से तीन ब्रिज पार कर चुके थे जबकि चार ब्रिज पार कर रहे थे उसी दौरान तेज रफ्तार से आ रही ट्रेन की चपेट में चारों आ गए।
घटना की सूचना ट्रेन के चालक ने राउरकेला रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद रेलवे के अधिकारियों को दी। जिसके बाद आनन-फानन में मौके पर रेलवे पुलिस, आरपीएफ पहुंचे। स्थानीय प्रशासन को भी घटना की सूचना देकर तत्काल बचाव के लिए ओड्राफ व फायर ब्रिगेड की टीम को बुलाया गया। खबर लिखे जाने तक शवों को निकालने का प्रयास जारी था। एक शव को बाहर निकाल लिया गया है। बारिश के कारण नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ है इस कारण शवों को निकालने में परेशानी हो रही है। झारखंड के मुख्यमंत्री सीएम रघुवर दास ने मृतक के परिजनों पर संवेदना प्रकट करते हुए एक-एक लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है।
जानें, कैसे हुआ हादसा
छत्तीसगढ़ के भिलाई से एक ही परिवार के सात सदस्य रविवार को घोघड़धाम जाने के लिए इंटरसिटी एक्सप्रेस से पनपोष रेलवे स्टेशन पहुंचे थे। पानपोष में उतरने के बाद सभी पटरी के रास्ते ही पैदल घोघड़धाम जा रहे थे। पैदल चलते हुए सभी वेदव्यास ब्रिज पहुंच गए उस समय मुंबई मेल के आने का समय था। तीन सदस्य ब्रिज को पार कर गए लेकिन बाकी चार ब्रिज पर ही थे कि अचानक से ट्रेन आ गयी। निकलने का कोई रास्ता नहीं होने के कारण वे बीच में फंस गए तबतक ट्रेन एकदम नजदीक आ गयी और चारों के परखच्चे उड़ गए।
मृतकों के नाम
1, रामवृक्ष नीलेश दास (50)-पिता
2, यमुना नीलेश दास (32)- बेटी
3, नीलेश निखिल दास (32)- दामाद
4, लकी नीलेश दास (15)-नाती
हादसे में बचे
-करण कृष्णा दास
-नीलेश का भाई रघुकृष्णा दास
-नीलेश का भाई शिवरतन
-रिश्तेदार।