कोरोना जांच के लिए रोकने पर रेल यात्रियों ने काटा बबाल
देश के दस राज्यों से ट्रेन से आने वाले यात्रियों पर कड़ी नजर रखने के साथ ही राउरकेला स्टेशन में उनके थर्मल स्क्रीनिंग व एंटीजेन टेस्ट की प्रक्रिया रविवार से शुरू की गई।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : देश के दस राज्यों से ट्रेन से आने वाले यात्रियों पर कड़ी नजर रखने के साथ ही राउरकेला स्टेशन में उनके थर्मल स्क्रीनिंग व एंटीजेन टेस्ट की प्रक्रिया रविवार से शुरू की गई। इस क्रम में पुरी से योगराज चलने वाली उत्कल एक्सप्रेस ट्रेन सुबह 8:50 बजे राउरकेला के प्लेटफार्म संख्या-2 पर पहुंची। इस ट्रेन से उतरने के बाद यात्रियों का झुंड प्लेटफार्म संख्या-1 पर पहुंचा। यहां कोरोना संक्रमण की जांच के लिए सिविल डिफेंस के कर्मचारियों ने उन्हें रोक लिया। लेकिन यात्रियों ने जैसे ही कोरोना जांच की बता सुनी वैसे ही वे भड़क गए और हंगामा शुरू कर दिया। आरपीएफ के जवानों के नहीं होने से यात्रियों ने जमकर बवाल काटा। सिविल डिफेंस के कर्मचारी उन्हें समझाने का प्रयास किया लेकिन वे शांत हुए और बेरीकेडिंग को दरकिनार करते हुए स्टेशन से बाहर निकल गए। सिविल डिफेंस के कर्मचारी चाहते हुए भी उनको रोकने में विफल रहे। इस दौरान एडीएम के साथ उपजिलापाल भी स्टेशन में मौजूद थे। यह सब हंगामा देख एडीएम अबोली सुनील नरवाने ने आरपीएफ की एक महिला सब इंस्पेक्टर को जमकर फटकार लगायी। कहा कि इस प्रक्रिया के लिए शनिवार को बैठक की गई थी। उसमें रेलवे एवं आरपीएफ के अधिकारी शामिल थे। इसके बावजूद इस तरह की लापरवाही क्यों? उन्होंने प्लेटफार्म एक पर यात्रियों की जांच के लिए बनाए गए चार काउंटरों पर 24 घंटे आरपीएफ जवानों को तैनात करने के निर्देश दिए। थर्मल स्क्रीनिंग सहित एंटीजेन टेस्ट की भी है व्यवस्था : कोरोना वायरस फिर से तेजी से फैल रहा है। देश के कई राज्यों में दूसरे चरण में कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं। इसे देखते हुए ओडिशा सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन के तहत रविवार से महाराष्ट्र, पंजाब, मध्यप्रेदश, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु समेत दस राज्यों से ट्रेन से राउरकेला आने वाले यात्रियों पर कड़ी नजर रखने के साथ ही स्टेशन में ही जिला प्रशासन की ओर से उनके थर्मल स्क्रीनिंग के साथ-साथ एंटीजेन टेस्ट प्रक्रिया रविवार से शुरू कर दी गई है। इसके लिए प्लेटफार्म संख्या-1 में बनाए गए जांच काउंटर में यात्री का नाम पता और मोबाइल नंबर दर्ज किया जा रहा है। इसके बाद यात्री की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है। कोरोना का संदेह होने पर स्टेशन के प्रथम तल पर एंटीजेन टेस्ट की भी व्यवस्था की गई है। टेस्ट में पॉजिटिव पाए जाने पर यात्री को राउररकेला सरकारी अस्पताल ले जाया जाएगा। वहां चिकित्सक द्वारा जांच की जाएगी। इसके बाद यात्री को अस्पताल में भर्ती कराना है या दवा देकर होम आइसोलेट किया जाएगा, चिकित्सक निर्णय लेंगे।
रविवार को राउरकेला एडीएम अबोली सुनील नरवाने, उपजिलापाल दौलत चंद्राकार, आरएमसी के डिप्टी कमिश्नर सुधांशु शेखर भोई, स्वास्थ्य विभाग के एडीयूपीएचओ डा. पुष्पमित्र मिश्रा प्रमुख यात्रियों की जांच के दौरान उपस्थित रहे। इस कार्य में सिविल डिफेंस के कर्मी सहयोग कर रहे है। पहले दिन चक्रधरपुर- राउरकेला और झारसुगुड़ा-राउरकेला मेमू ट्रेन को छोड़कर हावड़ा-अहमदाबाद सहित साउथ- बिहार एक्सप्रेस समेत अन्य लंबी दूरी की ट्रेनों से राउरकेला स्टेशन में उतरने वाले यात्रियों की जांच की गई।