स्थानीय उद्योगों को प्रोत्साहन जरूरी : महापात्र
राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के सामग्री प्रबंधन विभाग के पीईवीडी अनुभाग द्वारा रोलिग मिल्स क्षेत्र के विभिन्न विभागों के नियोजन अधिकारियों एवं स्थानीय उद्योगों के बीच विचार=विमर्श सत्र आयोजित किया गया।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के सामग्री प्रबंधन विभाग के पीईवीडी अनुभाग द्वारा रोलिग मिल्स क्षेत्र के विभिन्न विभागों के नियोजन अधिकारियों एवं स्थानीय उद्योगों के बीच विचार=विमर्श सत्र आयोजित किया गया। मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (सामग्री प्रबंधन एवं विपणन) सीआर महापात्र ने सत्र की अध्यक्षता की। जिला लघु उद्योग संघ (डीएसएसआइए) ओडिशा लघु और मध्यम उद्योग (ओएएसएमइ) और ओडिशा युवा उद्यमी संघ (ओवाइईए) के 15 उद्योगपति और नई प्लेट मिल, हॉट स्ट्रिप मिल सिलिकॉन स्टील मिल तथा सामग्री प्रबंधन विभाग के 15 अधिकारियों ने कार्यक्रम में भाग लिया।
अपने संबोधन में महापात्र ने स्थानीय उद्योगों को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ उन्हें अपनी क्षमता को बढ़ाते हुए क्षेत्र में इस्पात की खपत को बढ़ाने पर जोर दिया।
बैठक का उद्देश्य लघु उद्योगों से पुर्जों की प्राप्ति स्रोत की संभावनाओं का पता लगाना था और रोलिग मिल्स पुर्जों का स्थानीय उद्योगों के माध्यम से उपलब्धता और आपूर्ति करने की उनकी क्षमता पर केंद्रित था। उल्लेखनीय है कि प्लांट स्तरीय एडवाइजरी कमेटी (पीएलएसी) की बैठक के दौरान दिए गए सुझाव के अनुसार ये सत्र आयोजित किया गया था। तकनीकी चर्चा का समन्वयन, मुख्य महाप्रबंधक (सामग्री प्रबंधन एवं स्टोर्स) जीके दास, महाप्रबंधक (सामग्री प्रबंधन) पीएस राजकुमार और महाप्रबंधक (विपणन) एस पंडा द्वारा किया गया। संचालन उप महाप्रबंधक (सामग्री प्रबंधन) अनिंदिता महापात्र ने किया।
गौरतलब है कि यह दूसरा नवीन संवादात्मक सत्र सामग्री प्रबंधन विभाग द्वारा आयोजित किया गया था। इस तरह की पहली बैठक रॉ-मटेरियल्स हैंडलिग प्लांट, सिटर प्लांट और ब्लास्ट फर्नेस के नियोजन अधिकारियों के साथ की गई थी। आगामी दिनों में ये पदक्षेप पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस एवं इस्पात मंत्री द्वारा शुरू की गई योजना 'पूर्वोदय' के तहत इस क्षेत्र में स्टील की स्थानीय खपत बढ़ाने में एक लंबा रास्ता तय करेगा।