जिले में दस पुलों का काम अब भी अधूरा
सुंदरगढ़ जिले में बीजू सेतु योजना में 88.82 करोड़ की लागत पर
जागरण संवाददाता, राउरकेला : सुंदरगढ़ जिले में बीजू सेतु योजना में 88.82 करोड़ की लागत पर 22 पुल बनाने का काम शुरू किया गया था। इसके निर्माण की अवधि पूरी हो चुकी है। लेकिन अब तक महज 12 का काम पूरा हुआ है एवं 10 का काम अधूरा है। पुल निर्माण पर अब तक 44.44 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। अप्रोच रोड में जमीन विवाद इसका मुख्य कारण माना जा रहा है।
विभागीय सूत्रों के अनुसार राउरकेला ग्रामीण विकास विभाग की ओर से आठ तथा सुंदरगढ़ ग्राम्य विकास विभाग अधीन चार पुलों का निर्माण किया जाना था इनमें से दस का काम अंतिम चरण में है। राउरकेला ग्राम्य विकास विभाग अंतर्गत खुटगांव लाइंग रोड में देव नदी पर बीजू सेतु निर्माण पर 6.57 करोड़ रुपये का अनुदान मिला है। अप्रैल 2019 तक इसे पूरा करना था पर इसका काम पूरा नहीं हो पाया है। राष्ट्रीय राजपथ 143 पर कंसर नाले में 1.64 करोड़ की लागत पर पुल बनना था इससे 2018 तक पूरा करना था। वीरकेरा- बड़दलकी के चांदली नाले में 3.37 करोड़ की लागत पर अप्रैल महीने में पुल निर्माण पूरा किया गया। कुआरमुंडा ब्लाक के कचारु नाला में 1.23 करोड़ की लागत पर पुल का निर्माण जनवरी 2018 में पूरा किया गया। महुलडीह- तालबहाड़ी बांकसाल नाले पर 1.76 करोड़ की लागत पर बन रहे पुल के निर्माण का निर्माण अप्रैल महीने में पूरा किया गया। लाठीकटा- टीमजोर मार्ग पर ब्राह्मणी नाले में 22.55 करोड़ की लागत पर 2014 में काम शुरू किया गया था एवं 2016 में पूरा करना था पर यह अधूरा है।
सुंदरगढ़ के सर्गीपाली- कुरेबगा मार्ग में नहाना नाले में 1.74 करोड़ की लागत पर बन रहे पुल का काम मार्च महीने में पूरा हुआ। बड़बलंद- बिलेइबहाल गांव के बसुंधरा नाले में 3.53 करोड़ की लागत पर पुल बन चुका है। सानबेरना- तरकेरा मार्ग में तामू नाले पर 3.68 करोड़ की लागत पर बनने वाला पुल भी अगस्त 2018 में पूरा हुआ। मेधा कारमाल मार्ग पर सफई नदी पर 8.24 करोड़ की लागत पर बन रहा पुल पूरा नहीं हो पाया है। राज्य राजपथ 10 पर ब्राह्मणी नदी पर 25.65 करोड़ की लागत पर पुल निर्माण का काम चल रहा है जिसका काम 2021 तक पूरा करना है। जिन पुलों का काम पूरा हुआ है उनका भी अब तक विधिवत लोकार्पण नहीं हो पाया है।