सरकारी अधिकारियों में भी नहीं दिखा भगवान का डर
राउरकेला के अधिकारियों में महाप्रभु जगन्नाथ का भी डर नही
जागरण संवाददाता, राउरकेला : राउरकेला के अधिकारियों में महाप्रभु जगन्नाथ का भी डर नहीं रहा। एक सप्ताह पहले रथयात्रा की तैयारी को लेकर एडीएम येदुला विजय की मौजूदगी में रथयात्रा बिना किसी बाधा के संपन्न कराने का निर्णय लिया गया था। संबंधित विभागों को आवश्यक निर्देश भी दिए गए थे पर इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। मेन रोड ही नहीं बल्कि शहर के रथ गुजरने वाली अधिकतर सड़कों पर गड्ढे बरकरार रहे। जिनके बीच से होकर महाप्रभु को अपनी मौसी मां के घर गुंडिचा मंदिर जाना पड़ा।
शहर में हर साल रथयात्रा मार्ग की सफाई तथा मरम्मत होती है पर इस साल ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। अधिकांश सड़कें पर गड्ढों बने हैं। बारिश में हालत और अधिक खराब है ऐसे में महाप्रभु की रथयात्रा जगन्नाथ मंदिर से गुंडिचा मंदिर सकुशल पहुंचने को लेकर भक्तों को चिंता सता रही थी। सीवरेज पाइप लाइन के लिए खोदे गए गड्ढे ठीक से तो नहीं भरे गए सड़क भी समतल नहीं की गई।
उदितनगर पंच मंदिर से रेलवे स्टेशन के पास संकट मोचन मंदिर तक तीन रथ का आना होता है पर मेन रोड की हालत खराब रही। हरियाणा भवन के पास नाली का पानी सड़क पर बह रहा है। प्लांट साइट जगन्नाथ मंदिर से रथ महताब रोड होकर रथ पावर हाउस रोड गुंडिचा मंदिर यात्रा मार्ग में गड्ढे हैं व सड़कें दबी हुई है। बसंती कॉलोनी बाजी राउत चौक से मालगोदाम मौसी मां मंदिर गड्ढों को नहीं भरा गया। बसंती कॉलोनी कल्पतरु आश्रम के पास से रथ लेवर टेनामेंट कम्यूनिटी सेंटर मार्ग पर जेल चौक से कम्यूनिटी सेंटर तक सीवरेज पाइप का काम चल रहा है। छेंड कॉलोनी की सड़कें भी कुछ ऐसी ही हैं। कल्याण नगर के पास मुख्य मार्ग को जोड़ने वाली सड़क ऊंची नीची है। एडीएम की मौजूदगी में दिए गए दिशा निर्देशों का अधिकारियों पर कोई असर नहीं हुआ। हां दिखावा के लिए कुछ जगहों पर स्लैग जरूर डाल दिया गया।
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रथयात्रा की तैयारी बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार आरएंडबी विभाग को सड़कों की मरम्मत करनी थी। एलएंडटी के सीवरेज पाइप के गड्ढों को भी भरा जाना चाहिए था पर विभाग ने कुछ नहीं किया। नगर निगम के अभियंता अपने प्रयास से कुछ क्षेत्रों में सड़कों की मरम्मत कार्य करा रहे हैं।
सुधांशु भोई, डिप्टी कमिश्नर, महानगर निगम।
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कम से कम रथयात्रा पर भगवान जगन्नाथ को तो जाने के लिए अच्छी सड़क मिलती। जिस तरह से ऊबड़ खाबड़ रास्तों से होकर भगवान गुजरे हैं उन्हें भी लगता होगा कि राउरकेला सिटी अभी स्मार्ट तो नहीं बनी होगी।
- भरत संघवी, व्यवसायी, बसंती कॉलोनी।